Moradabad News: उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव को लेकर एक बार फिर हलचल तेज हो गई है. निकाय चुनाव को लेकर आरक्षण सूची भी जारी हो चुकी है. बता दें कि मुरादाबाद नगर निगम की सीट को इस बार अनारक्षित रखा गया है. इसका ऐलान होते ही भारतीय जनता पार्टी समेत सपा और बसपा नेताओं के चेहरे खिल उठे हैं. अनारक्षित सीट का मतलब यह है कि अब मुरादाबाद मेयर सीट के लिए कोई भी चुनावी मैदान में उतर सकता है.
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चर्चाएं हैं कि इस फैसले का सबसे बड़ा लाभ भारतीय जनता पार्टी के मौजूदा मेयर विनोद अग्रवाल को मिल सकता है. इस ऐलान के बाद वह एक बार फिर भाजपा से मेयर पद चुनाव में खड़ा होने के लिए दावेदारी ठोक सकते हैं. गौरतलब है कि विनोद अग्रवाल मुरादाबाद के मौजूदा मेयर हैं. इससे पहले उनकी दिवंगत पत्नी बीना अग्रवाल भी मुरादाबाद की मेयर रह चुकी हैं.
जीते तो लगातार तीसरी बार बनेंगे मुरादाबाद के मेयर
आपको बता दें कि अगस्त 2016 के उपचुनाव में विनोद अग्रवाल पहली बार मेयर बने थे. इससे पहले साल 2012 चुनाव में इनकी दिवंगत पत्नी बीना अग्रवाल मेयर के लिए चुनी गईं थी. मगर साल 2016 में उनका अचानक निधन हो गया था.
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बता दें कि बीना अग्रवाल के निधन के बाद उपचुनाव हुए थे. उपचुनावों में भाजपा ने बीना अग्रवाल के पति विनोद अग्रवाल को मैदान में उतारा था. इस चुनाव में उन्होंने बड़ी जीत हासिल की थी.
2017 में भी जीते चुनाव
मगर साल 2017 में हुए निकाय चुनाव में विनोद अग्रवाल को मेयर का टिकट लेने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था. बताया जाता है कि उस दौरान भाजपा की मुरादाबाद ईकाई उन्हें टिकट दिए जाने के खिलाफ थी. मगर 2017 में हुए निकाय चुनावों में भी विनोद अग्रवाल ने जीत हासिल की.
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इस बार किसे मिलेगा टिकट
बता दें कि इस बार मुरादाबाद सीट अनारक्षित कर दी गई है. चर्चाएं हैं कि इस बार भी मुरादाबाद मेयर चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का पलड़ा भारी नजर आ रहा है. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि एक बार फिर विनोद अग्रवाल टिकट की ताल ठोक सकते हैं.
बता दें कि 2017 में हुए चुनाव में दूसरे नंबर पर कांग्रेस उम्मीदवार रिजवान कुरैशी रहे थे. ऐसे में माना जा रहा है कि इस बार कांग्रेस की तरफ से रिजवान चुनाव में खड़े हो सकते हैं. तो वहीं सपा हाजी अंसारी को चुनावी मैदान में उतार सकती है.
किसको हुआ नुकसान
मुरादाबाद नगर की सीट अनारक्षित हो चुकी है. माना जा रहा है कि इसका सीधा नुकसान संभावित महिला उम्मीदवारों को होगा. अब उनके सामने ज्यादा उम्मीदवार टक्कर देंगे और टिकट की फाइट पहले से ज्यादा बढ़ जाएगी.
बता दें कि मुरादाबाद जिले में एक नगर निगम, दो नगर पालिका परिषद और आठ नगर पंचायत है.
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