वाराणसी के चर्चित श्रृंगार गौरी मामले में कोर्ट की ओर से नियुक्त किए गए एडवोकेट कमिश्नर अजय कुमार मिश्रा के खिलाफ 7 मई को प्रतिवादी अंजुमन इंतजामियां मसाजिद कमेटी कोर्ट पहुंची थी और उन्हें बदलने की मांग कर रही थी. जिसपर बुधवार को तीन दिनों बाद वाराणसी के सिविल जज सीनियर डिविजन रवि कुमार दिवाकर की अदालत से निर्णय आ सकता है.
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इस दौरान कोर्ट कमिश्नर अजय कुमार मिश्रा ने UP TAK से खास बातचीत में बताया कि उन्होंने पूरी ईमानदारी, निष्पक्षता और निष्ठा से अपना काम किया है. कोर्ट कमिश्नर अजय कुमार मिश्रा ने कहा कि आपत्तियां आती रहती हैं, जिसका निस्तारण करना कोर्ट का काम है.
एडवोकेट कमिश्नर पर सवाल खड़ा करने के बाद उन्हें कार्रवाई रोक देनी चाहिए. जैसा कि प्रतिवादी मुस्लिम पक्ष कह रहा है कि जवाब में उन्होंने कहा कि मुझे उनके आपत्ति की किसी तरह की जानकारी नहीं थी. आगे इस बारे में न्यायालय ही तय करेगा.
एडवोकेट कमिश्नर अजय कुमार मिश्रा कमीशन की कार्रवाई के दौरान हुए प्रतिरोध और आंखों देखी बात के बारे में भी बताने से बचते रहे और कहा कि वह जो कुछ कहेंगे कोर्ट में ही कहेंगे.
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