Varanasi News: वाराणसी का आईआईटी-बीएचयू देश समेत पूरे विश्व में अपनी अलग पहचान रखता है. मगर फिलहाल आईआईटी-बीएचयू से जो खबर सामने आ रही है, उसने सभी को चौंका दिया है. दरअसल आईआईटी-बीएचयू में एक छात्रा के साथ 3 युवकों ने कैंपस में वो किया, जिसे सुनकर हर कोई सन्न रह गया. किसी को यकीन ही नहीं हुआ कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के कैंपस में कभी इस तरह की घटना भी हो सकती है.
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दरअसल आईआईटी-बीएचयू की एक छात्रा के साथ 3 लड़कों ने कैंपस में छेड़खानी की. आरोपियों ने छात्रा को पहले किस किया, फिर उसके कपड़े उतार दिए. फिर तीनों आरोपियों ने उसका वीडियो भी बना लिया और फोटो भी ले लिए. जैसे ही ये मामला सामने आया, पूरे बीएचयू में हड़कंप मच गया. हजारों छात्र बीएचयू कैंपस में ही धरना-प्रदर्शन करने लगे तो दूसरी तरफ पुलिस विभाग में भी हड़कंप मच गया.
छात्रा ने एफआईआर में बताई पूरी आपबीती
छात्रा ने एफआईआर में घटना की पूरी जानकारी दी है. छात्रा की शिकायत के मुताबिक, ये घटना कल यानी 2 नवंबर की है. छात्रा टहलने के लिए जा रही थी. रास्ते में उसे उसका दोस्त मिला. कर्मन बाबा मंदिर के पास बुलेट पर 3 लड़के आए. छात्रा के मुताबिक, उन लड़कों ने बाइक को रोक लिया और उसे खड़ा कर दिया. उन तीनों ने उसे और उसके दोस्त को अलग कर दिया. वह उसे एक कोने में ले गए.
छात्रा ने अपनी जो आपबीती एफआईआर में दर्ज की है, उसके अनुसार, पहले तीनों आरोपियों ने उसे किस किया. उसके बाद आरोपियों ने जबरन उसके कपड़े उतार दिए और उसकी वीडियो बनाने लगे. इस दौरान आरोपियों ने अश्लील फोटो भी क्लिक कर लिए. छात्रा का कहना है कि इस दौरान जब वह मदद के लिए चिल्लाई तो आरोपियों ने उसे जान से मारने की धमकी दी. इस दौरान आरोपियों ने छात्रा का फोन नंबर भी ले लिया और छात्रा को करीब 10 से 15 मिनट तक आरोपियों ने अपने पास रखा. इसके बाद तीनों आरोपियों ने छात्रा को छोड़ दिया. इसके बाद छात्रा भागते हुए अपने एक प्रोफेसर के घर में चली गई.
पुलिस को छात्रों ने दिया 1 हफ्ते का अल्टीमेटम
बता दें कि पूरे दिन बीएचयू के छात्रों ने विरोध-प्रदर्शन किया. पुलिस-प्रशासन आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की बात कहता रहा. मगर छात्र मानने के लिए तैयान नहीं हुए. मिली जानकारी के मुताबिक, गुरुवार की रात लगभग 11 बजे छात्रों, IIT-BHU डायरेक्टर, पुलिस-प्रशासन की लंबी बैठक चली. इसके बाद छात्रों ने पुलिस प्रशासन को 1 हफ्ते का अल्टीमेटम दिया और अपना विरोध-प्रदर्शन खत्म कर दिया.
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