Varanasi News: सावन मास में 53.84 लाख से ज्यादा भक्तों ने काशी में बाबा विश्वनाथ के दर्शन किए हैं. श्रावण पूर्णिमा पर भी बाबा के दरबार में आने वाले भक्तों की लंबी क़तार लगी रही. सावन के अंतिम सोमवार को भी योगी सरकार ने श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा की. सोमवार को शाम पांच बजे तक 1.64 लाख भक्तों ने बाबा के दरबार में हाजिरी लगाई. इसके साथ ही 22 जुलाई से शुरू हुआ सावन संपन्न हो गया.
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29 दिन में 53.84 लाख भक्तों ने किए दर्शन
महादेव को सबसे ज्यादा प्रिय सावन के महीने में 29 दिन में 53.84 लाख से अधिक भक्तों ने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा का आशीर्वाद लिया. श्री काशी विश्वनाथ ट्रस्ट ने आंकड़ा जारी कर ये जानकारी दी है. इस बार श्रावण माह में पांच सोमवार थे. हर सोमवार को विश्वेश्वर का शृंगार अलग अलग स्वरूपों में किया गया. श्रावण पूर्णिमा और अंतिम सोमवार को भी बाबा का विशेष शृंगार किया गया. शंकर, पार्वती, गणेश श्रृंगार के साथ ही श्रावण पूर्णिमा का वार्षिक झूला श्रृंगार किया गया. सावन के पांचवे सोमवार को शाम 5 बजे तक 1 लाख 64 हजार 716 से लोग बाबा के दर्शन कर चुके थे जबकि सावन माह में सोमवार 5 बजे तक 53 लाख 84 हजार से अधिक भक्तों ने बाबा के दर्शन किए थे.
काशी कॉरिडोर बनने के साथ ही महादेव के भक्तों को सुगम दर्शन का उपहार मिला है. उसके बाद से लगातार दर्शनार्थियों की संख्या बढ़ी है. महादेव के भक्तों का अभिनन्दन करने के लिए हर सोमवार को पुष्प वर्षा भी की गई. रक्षाबंधन और सावन के अंतिम सोमवार को भी योगी सरकार की ओर से पुष्प वर्षा की गई. यूपी के मुख्यमंत्री खुद सावन में दो बार बाबा विश्वनाथ का पूजन अर्चन करने पहुंचे. श्रावण मास के पहले ही दिन मुख्यमंत्री ने काशी पहुंचकर मंदिर की व्यवस्था और श्रद्धालुओं के सुगम दर्शन के लिए निर्देश दिए थे. प्रशासन और काशी विश्वनाथ ट्रस्ट ने सावन की व्यवस्थाओं के लिए पूरा प्लान तैयार किया था.
क्राउड मैनेजमेंट से सुगम हुआ बाबा का दर्शन:
काशी पुराधिपति के दर्शन के लिए सावन में बड़ी संख्या में श्रद्धालु वाराणसी पहुंचते हैं. पहले से क्राउड मैनजमेंट का पूरा प्लान तैयार किया गया था. कतार और एंट्री प्वाइंट पर व्यवस्था होने से दर्शन करने में से करने श्रद्धालुओं को दर्शन में आसानी हुई. मंदिर परिसर में व्यवस्था की वजह से सुगम और सुरक्षित दर्शन हुए. मुख्यमंत्री ने खुद इस प्लान को देखा था. सावन के अंतिम सोमवार से पहले भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दर्शन को लेकर समीक्षा कर निर्देश दिए थे.
सभी विभागों ने की थी तैयारी:
श्रावण मास से जुड़े आयोजन को लेकर प्रशासन ने तैयारियां की थीं. हर सावन सोमवार को श्रद्धालुओं की अधिक संख्या को देखते हुए विशेष व्यवस्था भी की गई. अलग अलग विभागों की इसमें भूमिका रही. जिला प्रशासन, पुलिस विभाग, यातयातविभाग, कमांडो, चिकित्सकों की टीम के साथ ही आपदा प्रबंधन, फायर ब्रिगेड, एनडीआरएफ, जल पुलिस की टीम भी लगातार मुस्तैद रही. श्री काशी विश्वनाथ ट्रस्ट के सीइओ विश्व भूषण मिश्रा ने बताया कि इस बार भी सावन के लिए विशेष इंतजाम किए गए थे. दर्शनार्थियों को बारिश और धूप से बचाने के लिए जर्मन हेंगर, स्वच्छ पेयजल, गर्मी से राहत देने के लिए कूलर, अल्पाहार आदि की व्यवस्था पूरे श्रावण मास में श्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर में चलती रही.
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