उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मजबूत चुनौती पेश करने की कोशिश कर रही कांग्रेस ने रविवार, 10 अक्टूबर को वाराणसी में बड़ी रैली आयोजित की. इसमें पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित कई अन्य नेताओं ने ‘जय माता दी’ के उद्घोष के साथ राज्य में परिवर्तन का आह्वान किया.
ADVERTISEMENT
प्रियंका गांधी के रैली स्थल पर पहुंचने के बाद कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत पर सबसे पहले मंत्रोच्चार और शंखनाद किया गया. इसके बाद मंच पर मौजूद कांग्रेस नेताओं ने ‘हर-हर महादेव’ का नारा लगाया. फिर जनसभा में कुरान की आयत और गुरबाणी का पाठ भी किया गया.
लखीमपुर खीरी हिंसा के बाद पूर्वांचल में हुई कांग्रेस की पहली बड़ी जनसभा को संबोधित करने से पहले पार्टी महासचिव प्रियंका ने बाबा विश्वनाथ मंदिर और मां दुर्गा मंदिर में दर्शन और पूजा-अर्चना की.
प्रियंका ने अपने भाषण की शुरुआत में नवरात्रि का उल्लेख करते हुए दुर्गा स्तुति का मंत्र पढ़ा और ‘जय माता दी’ का उद्घोष किया. जनसभा में मौजूद भीड़ से उत्साहित प्रियंका ने कहा, “आप मेरे साथ खड़े हों और कंधे से कंधा मिलाकर लड़ें. इस सरकार को बदलिए, परिवर्तन लाइए, मैं तब तक नहीं रुकूंगी जब तक यहां पर परिवर्तन नहीं आएगा.”
वहीं, रैली में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि योगी आदित्यनाथ बहुत डरे हुए हैं और विपक्ष के नेताओं को अपने राज्य में दाखिल नहीं होने देते. उन्होंने कहा, “मुझे उम्मीद है कि जब चुनाव होगा तो निश्चित रूप से प्रियंका गांधी के नेतृत्व में सरकार बनेगी और गरीबों, दलितों, महिलाओं के हक में फैसले होंगे.”
रैली में यूपी कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, “हमें फैसला करना है कि किसके साथ रहना है, घर में रहने वाले, या सड़क पर संघर्ष करने वाली नेता के साथ? अखिलेश यादव पीठ दिखाने वाले नेता हैं, प्रियंका जी संघर्ष करने वाली नेता हैं. हमें संघर्ष करने वाली नेता के साथ खड़े होना है.”
वहीं, कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने दावा किया कि जनता किसानों को कुचलने वालों को हटाकर परिवर्तन लाना चाहती है. वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ चुके पूर्व मंत्री अजय राय समेत रैली में शामिल तमाम नेताओं ने ‘हर-हर महादेव’ के उद्घोष के साथ आपने भाषण का समापन किया.
इस रैली में लखीमपुर खीरी की घटना की स्पष्ट छाप देखने को मिली. लगभग सभी वक्ताओं ने इस घटना का उल्लेख किया. रैली में मुख्य मंच के सामने एक बड़ा बैनर लगाया गया था, जिस पर (केन्द्रीय मंत्री) ‘अजय कुमार मिश्रा को बर्खास्त करो’ लिखा हुआ था.
लखीमपुर खीरी हिंसा मामले के पीड़ित परिवारों से मिलने जाते समय हिरासत में लिए जाने और करीब दो दिन तक पुलिस की अभिरक्षा में रहने के बाद प्रियंका की उत्तर प्रदेश में यह पहली जनसभा थी. राहुल गांधी, प्रियंका सहित पार्टी के अन्य नेताओं ने हिंसा पीड़ित परिवारों से मुलाकात की थी.
बता दें कि लखीमपुर खीरी जिले के तिकुनिया में 3 अक्टूबर को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के पैतृक गांव के दौरे के विरोध को लेकर भड़की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी. इस मामले में मिश्रा के बेटे आशीष समेत कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. आशीष मिश्रा शनिवार, 9 अक्टूबर को गिरफ्तार कर लिया गया है.
(न्यूज एजेंसी भाषा के इनपुट्स के साथ)
लखीमपुर खीरी पर बोलीं प्रियंका- ‘जब तक गृह राज्य मंत्री का इस्तीफा नहीं, हम लड़ते रहेंगे’
ADVERTISEMENT