वाराणसी पुलिस (Varanasi Police) कमिश्नरेट में आज उस समय हड़कंप मच गया, जब पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर के ट्विटर हैंडल से वाराणसी के चौक थाना अंतर्गत आने वाली पुलिस चौकी पियरी का एक कथित वसूली लिस्ट पोस्ट किया गया. कथित वसूली लिस्ट में यह दावा किया गया कि लिस्ट में शामिल 21 लोगों से लगभग ₹77000 की वसूली पियरी पुलिस चौकी करती है.
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इसके बाद खुद अमिताभ ठाकुर (Amitabh Thakur) ने अपना वीडियो मैसेज भी जारी करते हुए अपने द्वारा लगाए गए आरोपों की पुष्टि भी की और वाराणसी पुलिस कमिश्नर के द्वारा वाराणसी के डीसीपी काशी को पूरे मामले की जांच सौंपने की भी बात बताई.
वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट (Varanasi Police Commissionerate) के अंतर्गत आने वाले चौक थाने की पियरी पुलिस चौकी उस समय सुर्खियों में आ गई, जब शुक्रवार की सुबह लगभग 8 बजे अमिताभ ठाकुर के एक ट्विटर अकाउंट से एक कथित वसूली लिस्ट की तस्वीर जारी की गई.
कथित वसूली लिस्ट में ऊपर की ओर कागज पर पुलिस चौकी के ‘दरोगा नवीन साहब को अगस्त’ का लिखा हुआ है, जिसके बाद 21 लोगों के नाम के आगे अलग-अलग अमाउंट लिखा हुआ है. कुल मिलाकर लगभग ₹77000 वसूली लिस्ट में दर्शाया गया है.
अमिताभ ठाकुर के ट्विटर अकाउंट के नाम से जारी किए गए लिस्ट में ऊपर लिखा हुआ है, “वाराणसी के चौक थाने के पियरी चौकी की वसूली लिस्ट बतायी गयी है. इसमें कई अपराधियों के नाम भी शामिल बताएं गए हैं.अधिकार सेना की मांग- उच्चस्तरीय निष्पक्ष जांच और समुचित कार्रवाई.”
इस पूरे प्रकरण पर पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने अपना एक वीडियो मैसेज जारी करते हुए अपने द्वारा लगाए गए आरोपों की पुष्टि की और बताया कि मुझे कतिपय सूत्रों से वाराणसी के चौक थाने के पियरी चौकी का कथित वसूली लिस्ट प्राप्त हुआ है, जिसमें अगस्त 2022 के वसूली के बारे में बताया गया है. कथित लिस्ट में कई अपराधियों के नाम भी शामिल है, जिसमें एक व्यक्ति भी हाल ही में जेल से छूटा है.
उन्होंने आगे बताया कि पुलिस कमिश्नर वाराणसी ने मेरे ट्वीट का संज्ञान लेते हुए डीसीपी काशी को जांच सौपी है और यह भी कहा है कि इस मामले में जांच के क्रम में कठोर कार्रवाई होगी.
यूपी तक से बातचीत में वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस के डीसीपी काशी आरएस गौतम ने इस मामले को लेकर बताया कि अभी किसी तरह के आदेश की कॉपी उन्हें नहीं मिली है, लेकिन अगर मिलती भी है तो जांच अधिकारी होने के नाते वह बयान नहीं दे सकते हैं.
वहीं जांच के बारे में अपर पुलिस आयुक्त, मुख्यालय एवं अपराध, वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट संतोष सिंह ने बताया कि वह भी इस बारे में कुछ ज्यादा नहीं बात करेंगे और संभवत जांच डीसीपी वरुणा को सौंपी गई है.
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