UP Political News: बीते दिनों जुलाई के महीने में उत्तर प्रदेश के सियासी गलियारों से एक बड़ी खबर सामने आई थी, जिसने जमकर सुर्खियां बटोरने का काम किया था. दरअसल, जलशक्ति राज्य मंत्री दिनेश खटीक ने विभागीय अधिकारियों द्वारा अनदेखी किए जाने का आरोप लगाते हुए अपने पद से इस्तीफे की पेशकश की थी. वहीं, अब योगी सरकार के एक और मंत्री नाराज बताए जा रहे हैं. आपको बता दें कि औद्योगिक विकास विभाग के राज्यमंत्री जसवंत सैनी विभागीय बैठकों में नहीं बुलाए जाने से नाराज हैं. इस संबंध में अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त (आईआईडीसी) अरविंद कुमार का एक पत्र सामने आया है.
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कुमार ने विभाग के सभी अधिकारियों को पत्र लिख कहा है,
“यह देखने में आ रहा है कि मा. औद्योगिक विकास मंत्री जी की अध्यक्षता में आहूत की जाने वाली बैठकों में मा. राज्य मंत्री, औद्योगिक विकास विभाग को आमंत्रित नहीं किया जा रहा है. जिससे मा. मंत्री जी द्वारा अप्रसन्नता व्यक्त की गई है. अतः भविष्य में मा. औद्योगिक विकास मंत्री जी की अध्यक्षता में आहूत की जाने वाली बैठकों में मा. राज्य मंत्री, औद्योगिक विकास विभाग को आमंत्रित किया जाना सुनिश्चित करें.”
अरविंद कुमार
खटीक ने लगाए थे ये आरोप
गौरतलब है कि इससे पहले दिने खटीक ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) को पत्र लिखकर इस्तीफे की इच्छा जाहिर की थी. खटीक के इस्तीफे का पत्र सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था. पत्र में दिनेश खटीक ने आरोप लगाते हुए कहा कि जल शक्ति विभाग में दलित समाज का राज्य मंत्री होने के कारण उनकी किसी भी आदेश पालन नहीं हो रहा और कोई कार्रवाई नहीं की जाती है.
दिनेश खटीक ने इस पत्र में आरोप लगायाथा कि दलित होने की वजह से विभाग में उनकी सुनवाई नहीं होती और न ही किसी बैठक की सूचना उन्हें दी जाती है.
मंत्री ने साथ ही ट्रांसफर के मामलों में बड़े भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे. मंत्री के अनुसार, गड़बड़ी को लेकर जब उन्होंने अधिकारियों से जानकारी मांगी तो उन्हें अबतक जानकारी नहीं दी गई.
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