UP Political News: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘मोदी’ उपनाम को लेकर की गई टिप्पणी मामले में उनकी दोषसिद्धि पर रोक लगाने के निर्णय का स्वागत किया है. साथ ही सुप्रीम कोर्ट के इस निर्णय के बाद उन्होंने सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर हमला बोला है. अखिलेश ने तंज कसते हुए कहा कि भाजपा की नीचा दिखाने वाली राजनीति की हार हुई है.
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शनिवार को मीडिया से बात करते हुए अखिलेश ने कहा, “मुझे खुशी इस बात की है कि देश की जनता का सुप्रीम कोर्ट और लोकतंत्र पर भरोसा बढ़ा है. भारतीय जनता पार्टी का अहंकार और जिस तरीके से नीचा दिखाने की राजनीति थी उसकी हार हुई है.”
इससे पहले शुक्रवार को अखिलेश ने ट्वीट कर कहा था, “मा. सर्वोच्च न्यायालय ने राहुल गांधी जी की सजा पर रोक लगाकर भारतीय लोकतंत्र और न्यायपालिका में लोगों की आस्था को बढ़ावा दिया है. भाजपा की नकारात्मक राजनीति का अहंकारी ध्वज आज उनके नैतिक अवसान के शोक में झुक जाना चाहिए.”
क्या हैं अखिलेश के बयान के मायने?
दरअसल, अखिलेश यादव का यह बयान इस ओर भी इशारा कर रहा है कि राहुल गांधी के इस मामले को भी विपक्षी एकता की ताकत के रूप में इस्तेमाल करने की कोशिश हो सकती है.
गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता बहाल करने का मार्ग प्रशस्त करते हुए मोदी उपनाम को लेकर की गई टिप्पणी के संबंध में 2019 में उनके खिलाफ दर्ज आपराधिक मानहानि मामले में शुक्रवार को उनकी दोषसिद्धि पर रोक लगा दी है. लोकसभा अध्यक्ष अब उनकी सदस्यता बहाल कर सकते हैं या राहुल गांधी शीर्ष अदालत के आदेश के परिप्रेक्ष्य में एक सांसद के रूप में अपनी सदस्यता बहाल करने की अपील कर सकते हैं.
ज्ञानवापी विवाद पर अखिलेश ने कही ये बात
ज्ञानवापी विवाद पर अखिलेश ने बयान देते हुए कहा, “भारतीय जनता पार्टी गंगा जमुनी तहजीब के खिलाफ है. सच्चे हिंदू लोगों को सामने आना पड़ेगा वरना यह भारतीय जनता पार्टी के लोग इसी तरह दुरुपयोग करते रहेंगे. हमारी जो संस्कृति रही है वह गंगा जमुनी तहजीब का दामन-दायरा कैसे बढ़े उसकी रही है, कैसे गैर बराबरी खत्म हो, भाईचारा कैसे कायम हो, बेरोजगारी कैसे खत्म हो, महंगाई कैसे खत्म हो, रोजगार कैसे मिले, उस दिशा में काम करना होगा.”
सपा नेताओं के भाजपा जॉइन करने को लेकर अखिलेश ने कहा, “तोड़ने से ज्यादा उन्हें इस बात की चिंता करनी चाहिए कि जो उनके डिब्बे हैं, वे अपने आप को इंजन समझ रहे हैं. सोचो ये डबल इंजन के लोग जब टकराएंगे तब क्या होगा?’
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