Akhilesh Yadav on Covishield Vaccine: कोविड-रोधी टीके ‘कोविशील्ड’ की गुणवत्ता पर विवाद के बीच समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. कन्नौज लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे अखिलेश यादव ने इस मामले पर सत्ताधारी भाजपा हमला बोला है. साथ ही उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जिन अधिकारियों ने इस वैक्सीन के लिए मंजूरी दी थी उन्होंने ही इस टीके को नहीं लगवाया.
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सपा चीफ अखिलेश यादव ने कहा, "(कोविड) वैक्सीन के बारे में सवाल उठाए जा रहे हैं. वैक्सीन पर बहस हो रही है...बीजेपी के लोगों ने सभी को एक ही तरह की वैक्सीन लगाने की सुविधा दी...80 करोड़ लोगों यह डोज लगी है. यह अच्छा है कि मानव शरीर अपने आप ही कुछ चीजों के खिलाफ खुद को प्रतिरक्षित कर लेता है. भाजपा के लोगों ने इसे बढ़ावा दिया और लोगों से टीकाकरण कराने को कहा, आज यह 'जुमला' निकला...कोई यह भी जानकारी दे रहा था कि जब भारत की वैक्सीन बनी थी तब...जो अप्रूवल वाले लोग थे उन लोगों ने भी उस वैक्सीन को नहीं लगवाया था."
गौरतलब है कि ब्रिटेन स्थित फार्मास्युटिकल कंपनी एस्ट्राजेनेका ने स्वीकार किया है कि इसका कोविड टीका रक्त के थक्के जमाने संबंधी दुष्प्रभाव उत्पन्न कर सकता है, लेकिन इनके बीच कोई संबंध होने की जानकारी नहीं है. ब्रिटेन के एक अखबार ने अदालती दस्तावेज के हवाले से यह दावा किया है.
‘द डेली टेलीग्राफ’ की रिपोर्ट के अनुसार, 51 वादियों द्वारा एक सामूहिक कार्रवाई के अनुरोध पर फरवरी में लंदन स्थित उच्च न्यायालय में एक कानूनी दस्तावेज सौंपा गया था. एस्ट्राजेनेका ने स्वीकार किया था कि कोविड-19 से बचाव के लिए ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा ईजाद किया गया टीका ‘‘बहुत दुर्लभ मामलों में’’ रक्त के थक्के जमा सकता है और प्लेटलेट की संख्या को घटा सकता है.
एस्ट्राजेनेका वैक्सजेव्रिया टीके का उत्पादन सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने भी किया था और इस टीके को भारत में ‘कोविशील्ड’ नाम से जाना जाता है.
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