UP Political News: 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कमर कस ली है. आपको बता दें कि भाजपा ने अपने यूपी के सांसदों से परफॉर्मेंस रिपोर्ट कार्ड मांगा है, जिसके लिए उनको एक फॉर्म भेजा गया है. भाजपा ने सभी सांसदों को दो पन्नों के नोट्स के साथ तीन फॉर्म भेजे हैं. इस फॉर्म को भरकर उन्हें प्रदेश कार्यालय या फिर दिल्ली में संसदीय कार्यालय में जमा करना है. इसमें सांसदों से पूछा गया है कि महाजनसंपर्क अभियान में उन्होंने कितना काम किया है. साथ ही आगे के टारगेट भी दिए गए हैं. इस रिपोर्ट की उनके 2024 के टिकट में भी भूमिका रहेगी.
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भाजपा ने सांसदों को दीं ये जिम्मेदारी
1. सांसदों को अपनी लोकसभा के 100-100 सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर की लिस्ट भेजनी है. इनका सम्मेलन कराना है. इसमें यह भी बताना है कि कितने इन्फ्लुएंस भाजपा के लिए अच्छा लिखते हैं, कितने खराब और कितने लोग तटस्थ रहते हैं.
2. सांसदों को अपनी लोकसभा में 1000 विशिष्ट लोगों की लिस्ट देनी है. इनमें पद्म पुरस्कार विजेता, खिलाड़ी, शिक्षक, चिकित्सक, शहीद परिवार के लोग शामिल हैं. इसके साथ ही उन्हें अपने क्षेत्र में 40 से 50 कार्यकर्ताओं की टीम तैयार करनी है. हर एक कार्यकर्ता को डेली सुबह 20 और शाम को 20 यानी 40 लोगों से संपर्क करना है. उन्हें मोदी सरकार के नौ साल के कामों के बारे में बताकर उसकी एक बुकलेट देनी है.
3. सांसदों ने अपनी इलाके में कितने सम्मेलन किए और उसमें अलग-अलग वर्गों की कितनी सहभागिता रही, यह भी फॉर्म में भरकर बताना है. खासतौर पर लाभार्थी, व्यापारी और सामाजिक सम्मेलनो में कितनी संख्या आयी उसकी जानकारी देनी है. इसके बाद पीएम मोदी 27 को सभी बूथ कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे. इसके लिए तैयारी करनी है.
यूपी के 80 सीटें भाजपा के लिए महत्वपूर्ण
बता दें कि जिस तरह से दूसरे राज्यों से भाजपा को रिपोर्ट मिल रही है, ऐसे में मिशन 2024 के लिए उत्तर प्रदेश की 80 सीटें और ज्यादा महत्वपूर्ण हो गई हैं. पार्टी यूपी में तैयारी में कोई ढील नहीं देना चाहती. इसके लिए इस सांसदों को अभी से बड़ी जिम्मेदारी दी गई है. गौरतलब है कि 2019 में भाजपा ने 80 में से 64 सीटें जीती थीं. बाद में आजमगढ़ और रामपुर सीट पार्टी में उपचुनाव में जीतीं. अब प्रदेश में 14 ऐसी लोकसभा सीटें हैं, जिनपर भाजपा का कब्जा नहीं है.
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