कानपुर में मंगलवार, 28 दिसंबर को बीजेपी का बैनर लगी एक कार पर हुई तोड़फोड़ के मामले में पुलिस ने अब तक 5 लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के बयान में कहा गया है, ”मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शहर (कानपुर) में हुए कार्यक्रम में खलल डालने और माहौल बिगाड़ने का प्रयास करने वाले पांच एसपी से जुड़े व्यक्ति दबोच लिए गए हैं.”
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इस बीच घटना पर विवाद पैदा होने के बाद समाजवादी पार्टी (एसपी) ने 5 लोगों को पार्टी से निष्कासित कर दिया है.
क्या है मामला?
पुलिस के बयान में बताया गया है कि ‘मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम और आगमन के दौरान हमीरपुर सागर रोड पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा प्रधानमंत्री के दौरे का विरोध करते हुए पुतला दहन कर बीजेपी का बैनर लगी ऑल्टो कार को पत्थरबाजी करके तोड़ा गया.’
बयान में आगे कहा गया है, ”वीडियो वायरल होते ही एक्शन मोड में आई पुलिस ने वीडियो में दिखाई पड़ रहे एसपी से जुड़े व्यक्तियों को चिह्नित कर पांच की गिरफ्तारी भी कर ली और बाकी की तलाश जारी है.”
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार को कानपुर में मेट्रो सेक्शन और बीना-पनकी मल्टी प्रोडक्ट पाइपलाइन परियोजना का उद्घाटन करने के लिए वहां पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने एक जनसभा को भी संबोधित किया.
पुलिस ने जिन 5 लोगों को गिरफ्तार किया है, उनकी पहचान सुकांत शर्मा, सचिन केसरवानी, अभिषेक रावत, निकेश कुमार और अंकुर पटेल के रूप में हुई है.
पुलिस के मुताबिक, ”जिस ऑल्टो कार में तोड़फोड़ की गई है, वह कार अंकुर पटेल की है… अंकुर पटेल के द्वारा पूरी साजिश के बारे में बताया गया, जिसके आधार पर अन्य अभियुक्तों को चिह्नित कर गिरफ्तार किया गया. अंकुर पटेल ने बताया है कि वह साल 2019-20 में एसपी के पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ का सचिव रहा है.”
पुलिस ने कहा है कि कार मालिक अंकुर पटेल ने तोड़फोड़ के लिए कार उपलब्ध कराई थी, कार में तोड़फोड़ के बाद उसे मरम्मत के लिए दिया गया था.
बीजेपी ने एसपी पर बोला हमला
इस मामले को लेकर 29 दिसंबर को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रवक्ता संबित पात्रा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके एसपी पर जमकर हमला बोला.
पात्रा ने कहा, ”समाजवादी पार्टी किस प्रकार से रैली को खत्म करने की साजिश, रैली में दंगा भड़काने और शहर में दंगा भड़काने की कोशिश कर रही थी. आज अखबारों ने गंभीरता के साथ इस विषय को छापा है.”
इसके अलावा उन्होंने कहा, ”इस गाड़ी में जो लोग तोड़फोड़ कर रहे थे, उस समय एसपी छात्र सभा के सचिव जिनका नाम अखबारों ने सचिन केसरवानी लिखा है वो भी वहां मौजूद थे. बाद में पुलिस और सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से जांच हुई तो पता चला कि ये गाड़ी भी बीजेपी के कार्यकर्ता की नहीं, बल्कि एसपी छात्र सभा के दूसरे नेता अंकुर पटेल की गाड़ी थी. इस गाड़ी को बीजेपी की गाड़ी के रूप में सजाया गया था.”
इससे पहले पात्रा ने एक वीडियो ट्वीट कर समाजवादी पार्टी पर हमला बोला था.
पात्रा ने इस ट्वीट में कहा था, ”लाल टोपीधारी समाजवादी पार्टी के गुंडों की यह गुंडागर्दी समाजवाद के नाम पर माफियावाद का प्रतीक बन चुकी है! उत्तर प्रदेश की जनता एक बार फिर माफियावाद को नकार विकासवाद को चुनेगी.”
एसपी ने 5 लोगों को किया निष्कासित
एसपी की तरफ से 29 दिसंबर को जारी एक बयान में कहा गया है, ”समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर सचिन केसरवानी, अंकुर पटेल, अंकेश यादव, सुकांत शर्मा और सुशील राजपूत को 28 दिसंबर को कानपुर में हुई घटना में तथाकथित संलिप्तता के कारण समाजवादी पार्टी से निष्कासित कर दिया है.”
”कार को BJP की गाड़ी के रूप में सजाया, फिर की गई तोड़फोड़”, BJP ने SP पर लगाए बड़े आरोप
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