मुजफ्फरनगर में 5 सितंबर को हुई संयुक्त किसान मोर्चा की महापंचायत के बाद अब इसपर राजनीति तेज हो गई है. विपक्ष की तरफ से जहां कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बीएसपी ने आंदोलन का समर्थन देते हुए योगी सरकार को घेरा है, वहीं बीजेपी इस आंदोलन को बेअसर ठहरा रही है. इस बीच किसान आंदोलनों का चेहरा रहे और भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) नेता राकेश टिकैत का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. खासकर इसे वॉट्सऐप पर खूब फॉरवर्ड किया जा रहा है. इसके साथ एक टेक्स्ट भी लिखा जा रहा है, ‘राकेश टिकैत ने मंच से लगवाए अल्लाह-हू-अकबर के नारे, अब जाटों को इस आदमी पर फक्र नही…फिक्र होनी चहिये.’ इस वीडियो क्लिप में राकेश टिकैत को अल्लाहु-अकबर बोलते हुए सुना जा सकता है.
ADVERTISEMENT
बीजेपी नेताओं ने भी शेयर की है ये क्लिपिंग ऐसा नहीं है कि यह क्लिपिंग सिर्फ वॉट्सऐप पर वायरल हो रही है. इस क्लिपिंग को फेसबुक और ट्विटर पर भी शेयर किया जा रहा है. दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता अजय सेहरावत ने राकेश टिकैत के भाषण की इस क्लिपिंग को ट्वीट करते हुए लिखा है, ‘अब जाटों को फक्र नही फिक्र होनी चहिये।’
महाराष्ट्र से बीजेपी कार्यकर्ता प्रीति गांधी ने वीडियो को ट्वीट कर अंग्रेजी में लिखा है कि,’किसान कानून से अल्लाहु-अकबर का क्या लेना देना है?’
इस वीडियो की पूरी सच्चाई हमसे जानिए
असल में राकेश टिकैत की अधूरी वीडियो क्लिप वायरल की जा रही है. पूरी बात में राकेश टिकैत ने अल्लाहु-अकबर के नारे के साथ हर-हर महादेव का भी जिक्र किया था. आइए आपको यह पूरा मामला सिलसिलेवार बताते हैं. अगर आप वायरल वीडियो क्लिप को ध्यान से देखें तो इसमें टॉप पर बाएं साइड में पंजाब तक का लोगो लगा हुआ दिखेगा. हमने इस वीडियो को पंजाब तक के यूट्यूब चैनल पर खोजा. यह वीडियो 5 सितंबर को किसान महापंचायत में राकेश टिकैत के संबोधन का एक हिस्सा है. हमें पंजाब तक के ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर राकेश टिकैत का पूरा वीडियो मिल गया. इसे आप यहां नीचे देख सकते हैं.
आप इस वीडियो को 11 मिनट 14 सेकंड से लेकर 11 मिनट 47 सेकंड तक देखिए. इस हिस्से में राकेश टिकैत वर्तमान सरकार पर निशाना साधते हुए कह रहे हैं, ‘इस तरह की सरकारें अगर देश में होंगी, तो ये दंगे करवाने का काम करेंगी. पहले भी नारे लगते थे, जब टिकैत साहब (महेंद्र टिकैत) थे, अल्लाहु अकबर (पीछे से भीड़ भी नारा लगाती है), अल्लाहु अकबर (पीछे से भीड़ भी नारा लगाती है), ये नारे लगते थे, अल्लाहु अकबर और हर-हर महादेव के नारे इस धरती पर लगते थे. ये नारे हमेशा लगते रहेंगे, दंगा यहां पर नहीं होगा. ये तोड़ने का काम करेंगे हम जोड़ने का काम करेंगे.’
अब आपको यह मामला पूरी तरह समझ में आ गया होगा. असल में राकेश टिकैत अपने संबोधन में धार्मिक सदभाव की उस परंपरा का जिक्र कर रहे थे, जो सीनियर टिकैत यानी महेंद्र टिकैत के समय से चली आ रही है. राकेश टिकैत बता रहे हैं कि तब भी उनकी रैलियों में अल्लाहु-अकबर और हर-हर महादेव के नारे साथ लगते थे, आज भी ये नारे साथ लगेंगे और कल भी ये नारे साथ लगेंगे. राकेश टिकैत के इसी संबोधन का एक अधूरा अंश काटकर अब सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है.
ADVERTISEMENT