भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी के चीफ चंद्रशेखर आजाद (Chandrashekhar Azad) ने आरएलडी चीफ जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) के साथ बीजेपी में जाने की चर्चाओं, बीएसपी चीफ मायावती और उनके भतीजे आकाश आनंद के हालिया बयान पर यूपीतक से खास बातचीत की है.
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जयंत चौधरी के साथ बीजेपी में जाने की अटकलों पर चंद्रशेखर आजाद ने कहा,
“मेरी जयंत जी से बात हुई. उन्होंने मुझे ऐसा कुछ नहीं कहा है. जितना बुरा किसानों के लिए भारतीय जनता पार्टी कर रही है वो हमेशा से किसानों के लिए मुखर आवाज बनकर खड़े रहे हैं. आजाद समाज पार्टी हमेशा से भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा से सहमत नहीं है, ना आज ना कभी किसी भी स्तर पर भारतीय जनता पार्टी से कोई समझौता हो ही नहीं सकता है. यह बात आप मेरी याद रख ले.”
आकाश आनंद के बयान पर दी प्रतिक्रिया
पिछले दिनों मायावती के भतीजे आकाश आनंद ने चंद्रशेखर और भीम आर्मी को लेकर एक बयान दिया था, जो सियासी गलियारों में काफी चर्चाओं में रहा. जब आकाश आनंद से पूछा गया कि क्या चंद्रशेखर आजाद और भीम आर्मी को आप चुनौती के तौर पर देखते हैं?, तो उन्होंने इसके जवाब में कहा, “कौन भीम आर्मी, हम ऐसी किसी चीज को नहीं जानते. ऐसे छोटे-मोटे लोगों के लिए हमारे पास समय नहीं है. हमारी अपनी जनता काफी है. हमारे अपने लोग काफी हैं, जिनका हमें ध्यान रखने की जरूरत है.”
आकाश आनंद के इसी बयान पर अब चंद्रशेखर आजाद ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
उन्होंने कहा,
“मुझे आकाश आनंद की बात से नाराजगी नहीं है क्योंकि जिस तरह की बात उन्होंने कही है तो मैं यह नहीं कहूंगा, उनकी तरह कि मैं उन्हें नहीं जानता. इस तरह की बात तो हम देश में सदियों से सुनते आए हैं. हमने खेती की फिर भी हमें अधिकारों से उन सुविधाओं से वंचित किया गया. फिर जाति के आधार पर, धर्म के आधार पर, आर्थिक आधार पर हमें असमानता का शिकार होना पड़ा.”
उन्होंने आगे कहा, “सदियों से हमारे महापुरुषों ने इस असमानता के खिलाफ आवाज उठाई है, जिनकी खुद की राजनीति किसी की दया पर हो, जिनकी खुद की पहचान उनकी बुआ जी की वजह से हो, वह व्यक्ति जो जिस दल को मान्यवर कांशीराम साहब ने अपने संघर्ष से और उस दल से पहले बाबा साहब अंबेडकर, संत गुरु रविदास जी जितने भी महापुरुष रहे हैं जिन्होंने इस गैर बराबरी के खिलाफ लड़ाई लड़ी है आज उनके नेताओं के मुंह से इस तरह के शब्द सुनाई देते हैं. तो मुझे कहने में कोई परहेज नहीं है कि वह अभियान पथ भ्रष्ट हो गया है. यह मूवमेंट इन्हीं छोटे-मोटे लोगों के लिए थी, जो अन्याय जुल्म जाति या समानता का शिकार हो रहे थे. आज अगर वही लोग छोटे-मोटे बताने लगे हैं, तो इसका मतलब वह भी उन्हीं सामंती, तानाशाही और मनुवाद को पालने वालों के विचारधारा के पाले में खड़े हो गए हैं. मुझे उनसे और उनकी बात से कोई दुख नहीं है.”
मायावती को लेकर कही ये बात
बीएसपी चीफ मायावती को लेकर चंद्रशेखर आजाद ने कहा, “मायावती जी मेरी गुरू हैं. कांशीराम साहब के जाने के बाद उनके समय में भी बहन जी ने बहुत काम किया, बहुत सेवा की है. उन्होंने बहुत संघर्ष किया है. मैं उनका कल भी सम्मान करता था और मैं उनका आज भी सम्मान करता हूं. किसी नौसिखिए की वजह से मेरे मन में उनके सम्मान के लिए कोई कमी नहीं हो सकती है. वह चाहे राजनीति में कामयाब हो या ना हो लेकिन जीवन भर मेरे मन में उनके प्रति सम्मान रहेगा. उनके कार्य का सम्मान कल भी था और आज भी है. मैंने सपने में भी उनको बुरा नहीं कह सकता हूं, लेकिन मैं आप को कह रहा हूं कि इन्हीं छोटे लोगों को अपने पैरों पर खड़ा करने के लिए बाबा साहब अंबेडकर ने यह लड़ाई लड़ी है. अपने बच्चों की कुर्बानी दी. मान्यवर कांशीराम ने अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया.”
उन्होंने कहा,
“आजाद समाज अपना काम कर रही है. आजाद समाज पार्टी, भीम आर्मी के कार्यकर्ता 24 घंटे समाज के लिए लड़ रहे हैं. कुछ चीज समाज को तय करनी है. कुछ चीज उनको तय करनी है, लेकिन मैं यह कहता हूं कि आपके किसी भी षड्यंत्र से ना मैं रुकूंगा, ना भीम आर्मी रुकेगी, ना आजाद समाज पार्टी रुकेगी. हम यह जानते हैं कि हम मिशन का काम कर रहे हैं, उसमें तमाम तरह की समस्याएं हमारे सामने आएंगी. हमारा पूरा ध्यान हमारे लक्ष्य पर है.”
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