Mainpuri By-Election 2022: उत्तर प्रदेश के मैनपुरी का लोकसभा उपचुनाव पर सभी की निगाहें टिकी हुईं हैं. इस सीट पर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के लिए परिवार की विरासत को आगे बढ़ाते हुए साख का सवाल है, तो वहीं बीजेपी भी इस चुनाव को मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद कड़ी चुनौती देने की तैयारी में है. वहीं सपा की ओर से डिंपल यादव उपचुनाव के लिए अब सोमवार को नामांकन करेंगी. ऐसे कयास भी लगाए जा रहे हैं कि नामांकन के दौरान आखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के साथ शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) भी मौजूद रह सकते हैं.
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डिंपल यादव सोमवार को मैनपुरी उपचुनाव के लिए नामांकन करेंगी. डिंपल यादव मैनपुरी कलेक्ट्रेट में अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगी. इससे पहले शनिवार को समाजवादी पार्टी ने नामांकन पत्र के चार सेट खरीदा था.
बता दें कि समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की विरासत वाली मैनपुरी लोकसभा सीट पर उपचुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने मुलायम की बहू और पूर्व सांसद डिंपल यादव को मैदान में उतार दिया है. अभी बीजेपी के प्रत्याशी का इंतजार है, लेकिन इस बीच छोटी बहू और बीजेपी नेता अपर्णा यादव ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी से मुलाकात कर सियासी सरगर्मी बढ़ा दी है.
सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन से रिक्त हुई मैनपुरी लोकसभा सीट से पार्टी ने डिंपल यादव को उपचुनाव के लिए उम्मीदवार घोषित किया है.डिंपल यादव इससे पहले कन्नौज की सांसद रह चुकी हैं. यहां 5 दिसंबर को उपचुनाव होना है.
बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा-बसपा गठबंधन के बावजूद मुलायम सिंह यादव मैनपुरी सीट पर करीब 95 हजार वोट से जीत पाए थे, लेकिन अब नेताजी के नहीं होने के चलते बीजेपी को लगता है कि इस अंतर को वो पाट सकती है. यही वजह है कि डिंपल के खिलाफ कद्दावर चेहरा तलाशा जा रहा है. बता दें कि यूपी में मैनपुरी लोकसभा सीट के साथ-साथ रामपुर और खतौली विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है.
मैनपुरी उपचुनाव: क्या मुलायम सिंह की विरासत बचा पाएंगी डिंपल यादव? ऐसा है सियासी समीकरण
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