Mangesh Yadav encounter case: यूपी के सुल्तानपुर में डकैती के आरोपी मंगेश यादव के पिछले दिनों हुए एनकाउंटर का मामला गरमाया हुआ है. समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव के अलावा राहुल गांधी ने इस एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए योगी सरकार पर निशाना साधा है. इस बीच सीएम योगी अंबेडकरनगर के एक कार्यक्रम में सपा और अखिलेश यादव पर हमलावर नजर आए थे. उन्होंने कहा था कि अगर लूट के दौरान डकैत दुकान में मौजूद किसी ग्राहक को गोली मार देते तो क्या सपा उसकी जान वापस कर पाती? सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, जब उनका कोई माफिया या डकैत पुलिस मुठभेड़ में मारा जाता है, तो ऐसा लगता है कि जैसे पुलिस ने इनकी दुखती रग पर उंगली रख दी हो. ये चिल्लाने लगते हैं.
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अब अखिलेश यादव ने इन बातों को लेकर पलटवार किया है. अखिलेश यादव ने कहा कि “जानेवालों” की बात का क्या बुरा मानना. अखिलेष यादव ने सोशल मीडिया मंच “एक्स” पर एक पोस्ट में कहा, 'जिनकी अपने दल में कोई सुनवाई नहीं, उनकी बातें कौन सुने, वैसे भी जानेवालों की बात का क्या बुरा मानना.'
सपा प्रमुख ने इसी पोस्ट में महोबा में एक क्रशर कारोबारी की मौत के मामले में लंबे समय तक फरार रहे बर्खास्त आईपीएस मणिलाल पाटीदार समेत कई मामलों की ओर इशारा करते हुए कहा, 'जिनके शासन काल में महीनों आईपीएस अधिकारी फरार रहा हो, पंद्रह लाख प्रतिदिन की कमाई वाले थानों की चर्चा हो, भाजपाई खुद ही पुलिस का अपहरण कर रहे हों और दंड संहिता की जगह बुलडोजर संहिता ने ले ली हो, ‘कानून-व्यवस्था’ शब्द बनकर रह गये हों, न्यायालय की डपट खाना जिनकी आदत बन गयी हो, वो मौन ही रहें तो बेहतर है.'
सत्ता विरासत में मिल सकती है मगर बुद्धि नहीं मिलती: योगी
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी ने रविवार को अंबेडकर नगर में विकास परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास के बाद अपने संबोधन में सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा था, 'सरकार चलाने के लिए जज्बा चाहिए. सरकार चलाने के लिए दिल भी चाहिए और दिमाग भी. सत्ता विरासत में मिल सकती है मगर बुद्धि नहीं मिलती.' योगी ने यह भी कहा कि सपा के शासनकाल में गुंडे और माफिया तत्व अपनी 'समानांतर' सरकार चलाते थे और गुंडे पुलिस को दौड़ाते थे मगर 2017 में भाजपा की सरकार बनने के बाद से मामला पलट चुका है और दुस्साहस करने पर अपराधियों का तत्काल 'राम नाम सत्य' भी तय हो जाता है.
उन्होंने कहा था, 'जो लोग सत्ता को अपनी बपौती मानते थे वे आज समझने लगे हैं कि अब उत्तर प्रदेश में कभी उनको वापस नहीं आना है इसलिए वे षड्यंत्र करने का प्रयास कर रहे हैं. अराजकता पैदा करने का प्रयास कर रहे हैं। उनका विकास से और बेटियों तथा व्यापारियों की सुरक्षा से कोई लेना-देना नहीं है.'
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