समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) द्वारा रामचरितमानस पर दिए गए बयान पर सियासी बयानबाजी का सिलसिला लगातार जारी है. एक बार फिर सपा की सहयोगी अपना दल (कमेरवादी) की नेत्री और सिराथू से विधायक पल्लवी पटेल (Pallavi Patel) ने रामचरितमानस विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
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यूपीतक से बातचीत करते हुए सपा विधायक पल्लवी पटेल ने कहा कि ‘तमाम रामायण लिखी गई हैं उनमें से अनुवाद लिखा गया है, इसे रामचरितमानस कहते हैं.’ उन्होंने ये भी कहा कि ‘मैं रामचरितमानस को नहीं मानती. मैं जिन बातों से संतुष्ट नहीं हूं, उसे नहीं मानती हूं.’
पल्लवी पटेल ने कहा कि किसी भी धारणा को मानस पटल से हटाना जरूरी है. उस भावना को लोगों के दिमाग से निकालना पड़ेगा.
वहीं, अपनी ही पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान ‘भगवान की भी एक समय पर मृत्य हुई’ पर पल्लवी पटेल ने कहा कि मैं केवल गौतम बुद्ध पर विश्वास रखती हूं, कोई धर्म ग्रंथ नहीं पढ़े तो आस्था का सवाल ही नहीं है.
अपना दल (कमेरवादी) की नेत्री पल्लवी पटेल ने कहा कि ‘सपा की एक विचारधारा है और मैं अपना दल (कमेरवादी) की नेता हूं, मेरी जो विचारधारा है उसे रख रही हूं.’
बता दें कि स्वामी मौर्य ने पिछले महीने 22 जनवरी को एक बयान में महाकाव्य श्रीरामचरित मानस की आलोचना करते हुए कहा था कि उसके कुछ अंशों से दलितों, पिछड़ों और महिलाओं की भावनाएं आहत होती हैं, लिहाजा इस पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए.
वहीं, स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थन में अखिल भारतीय ओबीसी महासभा के कार्यकर्ताओं ने पिछले दिनों कथित तौर पर ‘महिलाओं और दलितों पर आपत्तिजनक टिप्पणियों’ के उल्लेख वाले श्रीरामचरितमानस के ‘पन्ने’ की ‘फोटोकॉपी’ जलाईं थीं. उसके बाद श्रीरामचरितमानस के ‘पन्ने’ की ‘फोटोकॉपी’ जलाने के मामले में स्वामी प्रसाद मौर्य समेत 10 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी.
RSS चीफ भागवत के बयान के बाद रामचरितमानस को केंद्र में रखकर स्वामी मौर्य ने फिर बोला हमला
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