UP Politics: लोकसभा चुनाव को देखते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (Rashtriya Swayamsevak Sangh) ने भी कमर कस ली है. इसी बीच राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) लखनऊ के दौरे पर आए हुए हैं. सभी की नजरें आरएसएस चीफ के लखनऊ दौरे पर टिकी हुई हैं. इसी दौरान मोहन भागवत ने अवध क्षेत्र की कई बैठकों में हिस्सा लिया है. इस दौरान संघ प्रमुख ने लव जिहाद और धर्मांतरण जैसे मुद्दों को लेकर भी अपनी बात रखी.
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बता दें कि आरएसएस चीफ मोहन भागवत शुक्रवार से लखनऊ के चार दिवसीय दौरे पर हैं. बैठकों के दौरान मोहन भागवत ने अवध ‘प्रांत’ (क्षेत्र) में आरएसएस के विस्तार और मजबूती के लिए विभिन्न विषयों पर चर्चा की है. माना जा रहा है कि आने वाले लोकसभा चुनावों को लेकर भी इन बैठकों में चर्चा की गई है.
आरएसएस के ‘प्रांत प्रचार प्रमुख’ अशोक दुबे द्वारा रविवार को जारी एक बयान के अनुसार, विभिन्न क्षेत्र के लोगों से संपर्क करने पर चर्चा हुई. दरअसल आरएसएस का लक्ष्य दलितों को भी ज्यादा से ज्यादा संघ के साथ जोड़ना है. आरएसएस दलित बस्तियों में संघ की शाखाओं को विस्तार देने पर भी काम कर रही है.
आरएसएस के ‘प्रांत प्रचार प्रमुख’ अशोक दुबे द्वारा दिए गए बयान में कहा गया है कि संगठन की गतिविधियों को बढ़ाने के साथ-साथ, विशेषकर उन क्षेत्रों के ग्रामीण इलाकों में जहां ‘‘असामाजिक और राष्ट्र-विरोधी तत्व’’ सक्रिय हैं, ‘‘लव जिहाद’’ और धर्म परिवर्तन के खिलाफ जन जागरूकता फैलाने का काम किया जाएगा.
लव जिहाद और धर्मांतरण पर क्या बोले भागवत
लखनऊ प्रवास पर आए संघ प्रमुख मोहन भागवत ने इस दौरान लव जिहाद और धर्मांतरण जैसी मुद्दों को लेकर भी अपनी राय रखी. मोहन भागवत ने कहा की लव जिहाद और धर्मांतरण को रोकने के लिए समाज को जागरूक करना आवश्यक है. संघ की शाखाएं, जहां पहुंचती हैं, वहां ऐसी सामाजिक समस्याएं खुद-ब-खुद खत्म हो जाती हैं. इसलिए शाखाओं को लेकर हर तबके और क्षेत्र में पंहुचना है.
(भाषा के इनपुट के साथ)
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