UP News: उत्तर प्रदेश में राज्यसभा चुनाव की वोटिंग से पहले ही शह और मात का खेल शुरू हो गया है. मंगलवार यानी 27 जनवरी को होने वाली वोटिंग से पहले समाजवादी पार्टी ने सोमवार यानी आज विधायकों की बैठक बुलाई थी. इस बैठक के बाद विधायकों संग सपा चीफ अखिलेश यादव को डिनर भी करना था. लेकिन अब खबर आ रही है कि सपा के कई विधायक इस बैठक और डिनर में पहुंचे ही नहीं हैं. ऐसे में इन विधायकों के क्रॉस वोटिंग करने और खेमा बदलने की तमाम चर्चाएं शुरू हो गई हैं.
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आइए आपको बताते हैं कि सपा के कौन विधायक हैं, जिन्होंने इस मीटिंग से दूरी बनाई है. इन विधायकों में चायल विधायक पूजा पाल, गौरीगंज से विधायक राकेश प्रताप सिंह, गोसाईगंज विधायक अभय सिंह, अमेठी विधायक महाराजी देवी, कालपी विधायक विनोद चतुर्वेदी, अंबेडकरनगर विधायक राकेश पांडेय शामिल हैं.
इस लिस्ट में कुछ नाम तो चौंकाऊ हैं. हालांकि अंबेडकर नगर विधायक राकेश पांडेय के बेटे और बसपा के पूर्व सांसद रितेश पांडेय जब पिछले दिनों बीजेपी में शामिल हुए तभी से इस बाच की चर्चा थी कि पिता पाला बदल सकते हैं. अब जबकि पार्टी की बैठक में राकेश पांडेय नहीं दिखे हैं, तो इन चर्चाओं को और बल मिला है.
राजा भैया ने किया है एनडीए के समर्थन का ऐलान
आपको बता दें कि यूपी में राज्यसभा की 10 सीटों पर 11 उम्मीदवार उतर गए हैं. इसमें 3 समाजवादी पार्टी के हैं और 8 बीजेपी के. राज्यसभा की एक सीट जीतने के लिए प्रथम वरीयता के 37 विधायकों का वोट चाहिए. विधानसभा में समाजवादी पार्टी के पास अभी 108 सीट हैं तो वहीं भाजपा के पास 252 सीट हैं. इस बीच राजा भैया ने ऐलान कर दिया है कि वह बीजेपी के साथ खड़े हैं. चुनाव से पहले लोकभवन पहुंचे राजा भैया ने कहा कि उनके दोनों विधायक भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रत्याशी को वोट करेंगे. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के ओम प्रकाश राजभर ने भी कहा है कि भाजपा प्रत्याशी संजय सेठ चुनाव जीत जाएंगे.
हालांकि सपा के एक कैंडिडेट रामजी लाल सुमन पार्टी की बैठक के बाद अब भी ये दावा करते नजर आ रहे हैं कि तीनों कैंडिडेट चुनाव जीतेंगे.
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