भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने 2022 में होने वाले यूपी, उतराखंड, गोवा, पंजाब और मणिपुर पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव को लेकर मास्टर प्लान तैयार किया है. बीजेपी ने अपने विरोधी दलों के जाति और धर्म पर आधारित वोट बैंक में बड़ी सेंध लगाने के लिए रणनीति तैयार कर ली है.
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बीजेपी के रणनीतिकारों की मानें तो केंद्र में मोदी सरकार की गरीब कल्याणकारी योजनाओं का लाभ इन पांच राज्यों के करोड़ो गरीबों परिवारों तक पहुंचा है. मोदी सरकार की गरीब कल्याण योजनाओं से लाभान्वित होने वाले परिवारों में हर अगड़ी-पिछड़ी जाति और धर्म के लोग शामिल हैं.
योजनाओं से लाभान्वित परिवारों से संपर्क की तैयारी
बीजेपी ने केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही तमाम गरीब कल्याण योजनाओं से लाभान्वित हुए परिवार तक संपर्क साधने की योजना बनाई है. बूथ एजेंट्स के जरिए इन परिवारों से संपर्क कर उन्हें केंद्र की मोदी और प्रदेश की योगी सरकार के नारे ‘सबका साथ , सबका विकास और सबका विश्वास’ के बारे में बताने की योजना बनाई गई है. बीजेपी यह मैसेज देना चाहती है कि उसकी सरकार किसी योजना को जाति, धर्म और पंथ से जोड़कर शुरू नहीं करती है.
बीजेपी के पन्ना प्रमुख से लेकर बूथ एजेंट तक को इस चुनावी मिशन में शामिल किया गया है. गरीब कल्याण योजनाओं के बारे में लाभान्वित परिवारों को बताने की तैयारी है कि अगर उन्हें एक या दो योजनाओं का लाभ मिला है, तो अन्य सरकारी योजनाओं का भी वो लाभ लें सकते हैं.
इन फ्लैगशिप योजनाओं को शोकेस करने की तैयारी
केंद्र सरकार ने गरीब कल्याण योजनाओं को चुनावों के मद्देनजर शोकेस करने की तैयारी की है. इनमें प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना, प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना, प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना, प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना, प्रधान मंत्री मातृत्व वंदना योजना, प्रधानमंत्री रोजगार योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, पीएम मोदी हेल्थ आईडी कार्ड, ग्रामीण कौशल्य योजना, आयुष्मान भारत, उज्ज्वला, जन-धन, सौभाग्य, स्वामित्व, अन्त्योदय अन्न योजना और रेहड़ी पटरी वालों के लिए स्वनिधि जैसी योजनाएं शामिल हैं.
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