उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहा है, वैसे-वैसे राजनीतिक दलों के बीच वार-पलटवार का सिलसिला तेज होता जा रहा है. इसी कड़ी में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (एसपी) के बीच ‘ट्विटर वॉर’ देखने को मिला है.
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इस ‘ट्विटर वॉर’ की शुरुआत तब हुई, जब यूपी के मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता योगी आदित्यनाथ के एक ट्वीट पर एसपी ने निशाना साधा. दरअसल सीएम योगी ने 17 जनवरी को ट्वीट कर कहा था, ”पाते हैं सम्मान तपोबल से भूतल पर शूर, ‘जाति-जाति’ का शोर मचाते केवल कायर क्रूर. – राष्ट्रकवि रामधारी सिंह ‘दिनकर”’
इस ट्वीट पर एसपी ने जवाब देते हुए लिखा, ”ऊपर सिर पर कनक-छत्र, भीतर काले-के-काले, शरमाते हैं नहीं जगत् में जाति पूछने वाले. – राष्ट्रकवि रामधारी सिंह ‘दिनकर”’
इसके बाद बीजेपी उत्तर प्रदेश ने एसपी के ट्वीट पर जवाब देते हुए कहा, ”तेजस्वी सम्मान खोजते नहीं गोत्र बतला के, पाते हैं जग में प्रशस्ति अपना करतब दिखला के. हीन मूल की ओर देख जग गलत कहे या ठीक, वीर खींच कर ही रहते हैं इतिहासों में लीक. – राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर”
यह ‘ट्विटर वॉर’ बस यहीं नहीं थमा. एसपी ने बीजेपी उत्तर प्रदेश को जवाब देते हुए लिखा, ”जाति-जाति रटते, जिनकी पूंजी केवल पाखंड, मैं क्या जानूं जाति? जाति हैं ये मेरे भुजदंड! जनता की रोके राह, समय में ताव कहां? वह जिधर चाहती, काल उधर ही मुड़ता है. हुंकारों से महलों की नींव उखड़ जाती. सिंहासन खाली करो कि जनता आती है. – राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर जी”
इस पर बीजेपी उत्तर प्रदेश ने लिखा, ”न जाने कितने आए. सपा के साथ जुड़े. जुड़कर खप गए. लेकिन… मजाल है कि ‘पिता-पुत्र’ के अलावा कोई दूसरा किसी भी वर्ग, समाज, क्षेत्र का सपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बन पाया हो!”
इसके अलावा बीजेपी उत्तर प्रदेश ने लिखा, ”सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का सिंहासन दूसरों के लिए कभी खाली नहीं करेंगे क्या अखिलेश बबुआ? कभी नहीं करेंगे?”
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