UP Byelection: चंद्रशेखर और ओवैसी मिलाएंगे हाथ! इस गठबंधन के बन जाने से क्या होंगे सियासी समीकरण?

अक्षय शर्मा

• 06:18 PM • 19 Sep 2024

Chandrashekhar & Owasi News: आजाद समाज पार्टी और एआईएमआईएम (AIMIM) के बीच उत्तर प्रदेश में होने वाले उपचुनावों को लेकर गठबंधन की चर्चा चल रही है.

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Chandrashekhar & Owasi News: आजाद समाज पार्टी और एआईएमआईएम (AIMIM) के बीच उत्तर प्रदेश में होने वाले उपचुनावों को लेकर गठबंधन की चर्चा चल रही है. आजाद समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील चित्तौड़ ने जानकारी दी कि दोनों पार्टियों के बीच इस गठबंधन को लेकर शुरुआती बातचीत हो रही है,और यह सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ रही है. हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अभी तक इस गठबंधन पर अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है. गठबंधन पर अंतिम मोहर दोनों पार्टियों के राष्ट्रीय अध्यक्षों के द्वारा लगाई जाएगी.

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सुनील चित्तौड़ ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी अन्य राजनीतिक दलों से भी बातचीत कर रही है, ताकि उपचुनावों में मजबूती से चुनाव लड़ा जा सके. आजाद समाज पार्टी का उद्देश्य इस गठबंधन से उत्तर प्रदेश की राजनीतिक स्थिति में अपना महत्वपूर्ण योगदान देना है. इस संभावित गठबंधन को लेकर राजनीतिक हलकों में चर्चाएं तेज हो गई हैं और यह देखना बाकी है कि इस कदम से उपचुनावों के समीकरणों पर कितना प्रभाव पड़ेगा.

 

 

फिलहाल, आजाद समाज पार्टी और एआईएमआईएम की ओर से गठबंधन की आधिकारिक घोषणा का इंतजार किया जा रहा है. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह गठबंधन चुनावी परिणामों में बदलाव ला सकता है.

किन सीटों पर होगा उपचुनाव?

 उत्तर प्रदेश की जिन 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं उनमें कटेहरी (अंबेडकर नगर), करहल (मैनपुरी), मिल्कीपुर (अयोध्या), मीरापुर (मुजफ्फरनगर), गाजियाबाद, मझवां (मिर्जापुर), सीसामऊ (कानपुर नगर), खैर (अलीगढ़), फूलपुर (प्रयागराज) और कुंदरकी (मुरादाबाद) शामिल हैं. इन सीटों में से नौ सीट लोकसभा चुनाव में सपा विधायकों के सांसद चुने जाने के कारण खाली हुई हैं, जबकि सीसामऊ सीट सपा के इरफान सोलंकी को आपराधिक मामले में जेल की सजा होने के बाद उनकी सदस्यता रद्द होने के कारण खाली हुई है.     

किस सीट पर किसका था कब्जा?

खाली हुई 10 सीटों में से पांच सीसामऊ, कटेहरी, करहल, मिल्कीपुर और कुंदरकी सपा के पास थीं. वहीं, फूलपुर, गाजियाबाद, मझवां और खैर भाजपा के पास थीं. मीरापुर सीट भाजपा के सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के पास थी.  करहल सीट सपा प्रमुख अखिलेश यादव के कन्नौज से सांसद चुने जाने के कारण खाली हुई है, जबकि कटेहरी (अंबेडकर नगर) सीट पार्टी के लालजी वर्मा के अंबेडकर नगर लोकसभा सीट से चुने जाने के कारण खाली हुई है. 

सपा नेता अवधेश प्रसाद के अयोध्या से लोकसभा के लिए चुने जाने के कारण उन्हें मिल्कीपुर (अयोध्या) सीट से इस्तीफा देना पड़ा, जबकि सपा नेता जिया उर रहमान बर्क की मुरादाबाद की कुंदरकी विधानसभा सीट उनके संभल से लोकसभा में चुने जाने के कारण खाली हुई है. राष्ट्रीय लोकदल के चंदन चौहान ने बिजनौर से लोकसभा में चुने जाने के बाद मुजफ्फरनगर की मीरापुर विधानसभा सीट से इस्तीफा दे दिया.    

 

 

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विनोद कुमार बिंद ने भदोही से लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद मिर्जापुर की मझवां विधानसभा सीट छोड़ दी है. भाजपा के अनूप सिंह उर्फ ​​अनूप प्रधान बाल्मीकि ने हाथरस लोकसभा सीट से चुने जाने के बाद अलीगढ़ की खैर विधानसभा सीट से इस्तीफा दे दिया है. भाजपा के प्रवीण पटेल ने फूलपुर लोकसभा सीट से चुने जाने के बाद प्रयागराज की फूलपुर विधानसभा सीट से इस्तीफा दे दिया.


 

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