UP Nikay Chunav Results: उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव में एक बार फिर बीजेपी ने अपने परचम लहरा दिया है. 2017 के निकाय चुनाव से भी बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए भाजपा ने इस बार सभी 17 नगर निगमों पर जीत हासिल की है. भाजपा ने क्लीन स्वीप करते हुए समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी को खाता भी नहीं खोलने दिया. वहीं निकाय चुनाव से कुछ दिन पहले प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या का मुद्दा भी निकाय चुनाव में बअसर दिखा. प्रयागराज में मेयर पद पर भाजपा के गणेश केसरवानी ने बंपर जीत हासिल की. वहीं संगम नगरी में सबसे ज्यादा पार्षद भी भाजपा से जीत कर आए.
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प्रयागराज में इस जीत के बाद बीजेपी जश्न के माहौल में डूब गई है, वही कहा जा सकता है कि अतीक और अशरफ की हत्या से सपा को नुकसान भी उठाना पड़ा है. प्रयागराज के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी को 129221 वोट मिले तो वहीं दूसरे स्थान पर समाजवादी पार्टी के मेयर प्रत्याशी अजय श्रीवास्तव रहे हैं. उनको 105819 मत मिले. वहीं कांग्रेसी 36733 और बसपा को 40176 मतों से ही संतोष करना पड़ा.
असद की वायरल खत का नहीं पड़ा असर
माफिया अतीक अहमद के बेटे की कथित तौर पर एक वायरल चिट्ठी का असर नहीं हुआ. ये माना जा रहा था कि परिणाम इससे अलग देखने को मिलेगा लेकिन ऐसा हुआ ही नहीं. बीजेपी की बपंर जीत हुई. हांलाकि अतीक के गढ़ चकिया में सपा के पार्षद ने जीत हासिल की. गौरतलब है कि 15 अप्रैल को अतीक और अशरफ की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी. जिसके बाद असद की एक कथा कथित चिट्ठी वायरल हुई. जिसमें बीजेपी और सपा को वोट ना देने की अपील की गई थी जिससे लग रहा था कि मुस्लिम समाज नाराज दिखेगा. इस वायरल चिट्ठी का असर तो बीजेपी पर नहीं पड़ा. लेकिन इसका नुकसान कही न कहीं सपा को उठाना पड़ा है. इस चुनाव में जहां सपा के मेयर प्रत्याशी की हार हुई है. वहीं उसके सिर्फ 16 पार्षद ही जीत पाए.
सबसे ज्यादा बीजेपी प्रत्याशी जीते
नगर निकाय चुनाव में जीत दर्ज कर चुकी बीजेपी कार्यकर्ता अब फूले नहीं समा रहे हैं. प्रयागराज में बीजेपी के 56 पार्षद जीते हैं, वहीं समाजवादी पार्टी के 16 पार्षद जीत दर्ज कर पाए हैं. बहुजन समाज पार्टी 2 पर सिमट गई है. वहीं कांग्रेस 4 और ओवैसी की पार्टी AIMIM के दो पार्षद बन पाए हैं. वहीं इस बार 20 निर्दलीय प्रत्याशी जीतकर नगर के सदन में पहुंचे हैं.
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