उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार (yogi adityanath government) ने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) चीफ ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) को Y श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराई है. राजभर की सुरक्षा में 16 पुलिसकर्मी तैनात होंगे.
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गुरुवार शाम को शासन के निर्देश पर सुरक्षा गाजीपुर पुलिस ने मुहैया करा दी है. शासन के इस निर्णय से राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह की अटकलें तेज हो गई हैं. माना जा रहा है कि राजभर को मिली Y श्रेणी की सुरक्षा से सुभासपा और बीजेपी एक दूसरे के ज्यादा करीब आ गए हैं.
गौरतलब है कि हाल ही में हुए राष्ट्रपति चुनाव में राजभर और उनकी पार्टी के विधायकों ने एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में वोट किया था. राजभर को मिली Y श्रेणी की सुरक्षा राष्ट्रपति चुनाव में मुर्मू को वोट देने के तोहफे के तौर पर देखा जा रहा है.
राजभर पिछले कई दिनों से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर हमलावर हैं. गुरुवार को राजभर ने अखिलेश यादव की पूर्ववर्ती सरकार पर हमला करते हुए कहा था कि तब रंगदारी वसूली से आम लोग भयाक्रांत रहा करते थे.
गौरतलब है कि सुभासपा ने इस साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव सपा के साथ मिल कर लड़ा था और उसे छह सीटों पर जीत मिली थी. मगर इस चुनाव के बाद से ही दोनों दलों के बीच तल्खियां बढ़ने लगी थीं. पिछले माह आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा के उपचुनाव में सपा की पराजय के बाद राजभर ने सपा प्रमुख के खिलाफ और खुलकर बोलना शुरू कर दिया और उन्हें वातानुकूलित कमरों में बैठकर राजनीति करने वाला नेता बताया था.
राजभर ने सपा और बहुजन समाज पार्टी को साथ मिलकर अगला लोकसभा चुनाव लड़ने का सुझाव भी दिया, जिसे सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यह कहते हुए ठुकरा दिया कि उनकी पार्टी को किसी की सलाह की जरूरत नहीं है.
सपा और सुभासपा के बीच दूरियां उस वक्त और भी बढ़ गयीं, जब राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा की प्रेस कांफ्रेंस में ‘खुद को नहीं बुलाये जाने’ से नाराज राजभर ने ऐलान किया कि उनकी पार्टी के विधायक भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को वोट देंगे.
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