Lucknow News: रविवार, 8 जनवरी को कड़ाके के ठंड के बीच यूपी की सियासत गर्म रही. दरअसल, लखनऊ पुलिस ने रविवार को सपा मीडिया सेल ट्विटर हैंडल के संचालक मनीष जगन अग्रवाल को आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में गिरफ्तार किया. इसके बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव मनीष जगन की गिरफ्तारी के विरोध में डीजीपी मुख्यालय पहुंच गए. खबर में आगे विस्तार से जानिए आखिर कौन हैं मनीष जगन अग्रवाल जिनकी वजह से सपा सुप्रीमो को सड़क पर उतरना पड़ा.
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आपको बता दें कि मनीष जगन अग्रवाल समाजवादी पार्टी से लगभग 15 सालों से जुड़े हैं. यूपी चुनाव के दौरान पार्टी कैंपेनिंग में वह लगातार कार्यकर्ताओं से पार्टी के हित में कंटेंट लेते रहे. मनीष कभी भी लाइमलाइट में नहीं रहे, उन्हें कहीं भी किसी भी राजनीतिक रैली में नहीं देखा गया.
ऐसे कहा जा रहा है कि मनीष जगन का काम सबसे ज्यादा तब बढ़ा जबसे राजनीतिक दल सोशल मीडिया की ओर अपने प्रचार और सरकार को घेरने के लिए आगे बढ़े. यह फार्मूला भी सटीक भी बैठा. समाजवादी पार्टी का ट्विटर हैंडल तो 2010 के बाद बन गया था, लेकिन समाजवादी पार्टी मीडिया सेल का हैंडल 2017 के बाद बनाया गया, जिसको पूरी तरीके से मनीष जगन अग्रवाल ही हैंडल करते आए हैं. हालांकि इस बात की कोई पुष्टि नहीं है कि जो आपत्तिजनक ट्वीट्स पार्टी हैंडल से किए गए हैं वह मनीष जगन ने ही किए हैं या नहीं.
आपको बता दें मनीष समाजवादी पार्टी को पर्दे के पीछे से मजबूत करते आए हैं. ट्विटर ही नहीं बल्कि वॉट्सऐप पर भी मनीष पार्टी के लिए काम करते हैं और उन्होंने कई ग्रुप से बना रखे हैं, जिनमें वह जिलेवार जानकारी लेते रहते हैं कि पार्टी को और कैसे मजबूत किया जा सकता है, या जिलेवार वह कौन से मुद्दे हैं जिन्हें उठाया जा सकता है.
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