माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद के जनाजे में शामिल होने के लिए रविवार को भारी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं. प्रयागराज के कसारी-मसारी कब्रिस्तान में दोनों भाइयों का शव पहुंचाया गया है. कब्रिस्तान के बाहर कड़ी सुरक्षा तैनात है. रैपिड एक्शन फोर्स भी तैनात की गई है. एक तरह से यह पूरा इलाका पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है.
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वहीं, अतीक अहमद के जनाजे में शामिल होने के लिए पहुंच रहीं बुर्के वाली महिलाओं पर पुलिस की खास नजर है. ऐसी चर्चा है कि उमेश पाल हत्याकांड मामले में आरोपी और अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन आखिर बार अपने पति को देखने के लिए कब्रिस्तान पहुंच सकती है.
जानकारी के मुताबिक, बुर्के में आईं कई महिलाएं जो अतीक और अशरफ के जनाजे में शामिल होना चाहती हैं उन्हें पुलिस ने रोक दिया है. हमारे रिपोर्टर अरविंद ओझा ने इन सभी महिलाओं से बातचीत की है, जिसे आप नीचे दिए गए ट्वीट में अटैच वीडियो में देख सकते हैं.
वहीं, अतीक अहमद को सुपुर्द-ए-खाक करने के दौरान दोनों नाबालिग बेटे कब्रिस्तान पहुंचे हैं. अतीक के दोनों बेटे एहजम और अबान को कसारी-मसारी कब्रिस्तान लाया गया, जहां अतीक और अशरफ को थोड़ी देर में दफनाया जाएगा. दोनों बेटों को बाल सुधार गृह में रखा गया था. इस दौरान दोनों के कुछ रिश्तेदार कब्रिस्तान पहुंचे हैं. हालांकि, पुलिस ने पुष्टि करते हुए कहा है कि वहां शाइस्ता नहीं पहुंची हैं.
शाइस्ता परवीन 50 हजार रुपये की इनामी
प्रयागराज में 24 फरवरी को हुई उमेश पाल की हत्या मामले में आरोपी शाइस्ता परवीन फरार चल रही है. पुलिस शाइस्ता परवीन की तलाश में जुटी है. पुलिस ने शाइस्ता परवीन पर 50 हजार रुपये का इनाम भी रखा है.
अतीक और उसके भाई की ताबड़तोड़ गोली मारकर हत्या
गौरतलब है कि शनिवार देर रात लवलेश तिवारी, मोहित ऊर्फ सनी और अरुण कुमार मौर्य नामक युवकों ने चिकित्सीय परीक्षण कराकर अस्पताल से वापस लाए जा रहे अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की ताबड़तोड़ गोली मारकर हत्या कर दी थी.
तीनों आरोपियों को रविवार को एक स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
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