उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव, 2022 में अपराधियों और माफिया के खिलाफ ‘बुलडोजर’ चलाने का स्लोगन देकर बहुमत से सत्ता में लौटे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उनके समर्थकों ने ‘बुलडोजर बाबा’ का नया नाम दिया है.
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प्रांतीय राजधानी लखनऊ, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय जिला वाराणसी और योगी के अपने क्षेत्र गोरखपुर सहित राज्य के विभिन्न हिस्सों में जीत से उत्साहित पार्टी कार्यकर्ताओं ने विजय जुलूस निकाला और ‘बुलडोजर बाबा जिंदाबाद’ का नारा लगाते हुए मुख्यमंत्री को नया नाम देते दिखे.
राजधानी लखनऊ में भाजपा कार्यालय के बाहर तो कुछ उत्साहित समर्थकों ने बुलडोजर पर सवार होकर भगवा झंडा फहरा कर जीत का जश्न मनाया. भाजपा के प्रबल समर्थक सुमंत कश्यप ने जीत की खुशी में अपने सिर पर बुलडोजर का खिलौना लगा रखा था.
योगी आदित्यनाथ के निर्वाचन क्षेत्र गोरखपुर में समर्थकों ने बुलडोजर के बेड़े के साथ एक विजय जुलूस निकाला. इस दौरान समर्थक ‘बुलडोजर बाबा जिंदाबाद’ और ‘गूंज रहा है एक ही नाम बुलडोजर बाबा जय श्री राम’ के नारे लगा रहे थे. वाराणसी में भी समर्थकों ने बुलडोजर पर सवार होकर जीत का जश्न मनाया.
प्रदेश में पार्टी की जीत के बाद जनता को धन्यवाद देते हुए उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने एक बयान में कहा कि लोगों ने कट्टर वंशवाद, जातिवाद, अपराधीकरण और विरोधियों के क्षेत्रवाद पर वोटों का बुलडोजर चलाया है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री 49 वर्षीय आदित्यनाथ को योगी होने के नाते अभी तक ‘महाराज जी’ के नाम से जाना जाता है. आदित्यनाथ गोरखपुर में स्थित गोरखनाथ मंदिर के प्रमुख भी हैं. गौरतलब है कि फरवरी से मार्च तक उत्तर प्रदेश में सात चरणों में हुए मतदान के लिए चुनाव प्रचार के दौरान तमाम नेताओं ने बार-बार ‘बुलडोजर’ शब्द का इस्तेमाल किया.
यहां तक कि आदित्यनाथ ने भी अपनी कई चुनावी सभाओं में कहा कि ‘फिलहाल जो बुलडोजर रखरखाव (आदर्श आचार संहिता लागू होने के कारण) के लिए गए हैं, पार्टी की सत्ता में वापसी के साथ फिर से चलने शुरू हो जाएंगे.’
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