उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने एड़ी-चोटी का जोर लगाना शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में बुधवार, 12 जनवरी को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने सहयोगी दलों के शीर्ष नेतृत्व के साथ आगामी चुनाव की तैयारियों को लेकर एक बैठक की.
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इस बैठक के बाद सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने यूपी तक के साथ खास बातचीत की. ओम प्रकाश राजभर ने बताया, “बैठक में सभी दलों से अलग-अलग सुझाव मांगा गया और तय हुआ कि जहां-जहां हमारा प्रभाव है वहां-वहां जाकर बताएं कि हम जातिगत जनगणना कराएंगे और विकास के लिए काम करेंगे.”
ओपी राजभर ने कहा, “बीजेपी लड़ाई में नहीं है. बीजेपी बलिया, मऊ, आजमगढ़ कहीं भी एक सीट नहीं जीत रही है.”
बैठक में अपना दल (कमेरावादी) की अध्यक्ष कृष्णा पटेल के बीच वाली कुर्सी पर बैठने को लेकर एसबीएसपी चीफ ने कहा, “मोर्चे का काम है सबको सम्मान देना. बीजेपी गठबंधन धर्म निभाना नहीं जानती है, अखिलेश जानते हैं.”
ओपी राजभर ने बताया कि गुरुवार को एसपी गठबंधन के उम्मीदवारों की पहले और दूसरे चरण की सूची जारी की जाएगी. प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल यादव से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा, “चाचा भतीजे के बीच सब तय हो गया है. एक ही परिवार है. वह सुबह भी मिले थे.”
आपको बता दें कि आगामी यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के बीच भी गठबंधन हुआ है. इस बीच एनसीपी के जनरल सेक्रेटरी केके शर्मा ने यूपी तक से बातचीत में कहा है कि वह आगामी चुनाव अनूपशहर विधानसभा सीट से लड़ेंगे. उन्होंने बताया है कि वह एनसीपी के सिंबल पर चुनाव लड़ेंगे.
वहीं केके शर्मा ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा, “इस बार बीजेपी को हटाने का प्रयास है. जिस तरह यूपीए में 2014 में भगदड़ थी ठीक उसी तरह इस बार यूपी बीजेपी में भगदड़ है.”
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