मशहूर आर्किटेक्ट केके अस्थाना से समझिए राम मंदिर के गर्भगृह की छत से क्यों टपका पानी?

शिल्पी सेन

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Ayodhya Ram Temple News: राम मंदिर की छत से गर्भगृह में पानी टपकने का मुद्दा सुर्खियों में बना हुआ है. इस मामले पर अब श्रीराम ट्रस्ट ने कहा है कि निर्माणाधीन प्रथम तल की वजह से ऐसा हुआ. बड़े-बड़े भवनों में जहां कई चरणों में निर्माण कार्य होता है वहां इसकी संभावना कई वजह से रहती है. मशहूर आर्किटेक्ट डॉ. केके अस्थाना ने इस विषय पर बात करते हुए पूरे मामले को समझाने की कोशिश की है. आपको बता दें कि केके अस्थाना ने लखनऊ में हाईकोर्ट की भव्य इमारत के वास्तु और डिजाइन में अहम भूमिका निभाई है, तो संगीत नाटक अकादमी जैसी कई महत्वपूर्ण भवनों को भी डिजाइन किया है.

डॉ. केके अस्थाना ने बताई ये बात

डॉ. केके अस्थाना ने कहा, "एक तल (फ्लोर) का निर्माण होने के बाद, जब ऊपर की तल का निर्माण होता है और वो ढका नहीं होता है, तो जॉइंट्स से पानी की लीकेज हो सकती है. राम मंदिर के गर्भगृह की जो तस्वीरें सामने आई हैं, उनमें भी कोनों पर ये सम्भावना दिखती है. जिस तरह से प्रथम तल पर गुरु मंडप की तस्वीर सामने आई है, उससे यही बात प्रतीत होती है."

 

 

डॉ. केके ने आगे कहा, "जिस तरह से पाइप के द्वारा पानी नीचे आने की बात आई है, वो भी वजह हो सकती है. कई बार बड़े भवनों के निर्माण के समय जब ऊपर के तल का निर्माण हो रहा हो तो ये समस्या आती है. जो पूरे भवन का निर्माण खत्म होने के बाद पूरी तरह समाप्त हो जाती है."

अपने अनुभव के आधार पर डॉ. केके ने अस्थाना ने बताया कि 'इसके हर तल पर वाटर प्रूफिंग के लिए सबसे एडवांस्ड तकनीक का सहारा लिया जाएगा. जिस तरह से देश में सबसे बेहतरीन एजेंसी इसका निर्माण कार्य कर रही है और Central Building Research Institute इसके हर एक निर्माण को मॉनिटरिंग कर रहा है, उससे किसी भी तरह से डिजाइन में कमी या चूक की सम्भावना नहीं है. वजह ये है कि CBRI ने बिल्डिंग रीसर्च में भी बहुत काम किया है."

 

 

फिलहाल प्रथम तल का निर्माण हो रहा है. मगर इस बरसात में जिस तरह से इसे कवर किया जा सकता है, उसमें एक अस्थाई बेस कोने पर बनाया जाता है, उससे पानी अंदर नहीं जाएगा.
 

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