ताजमहल के गुंबद में उग आया पीपल का पौधा! दुनिया के अजूबे का ये कैसा हाल हो गया

अरविंद शर्मा

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 Peepal plant has grown in the dome of Taj Mahal
Peepal plant has grown in the dome of Taj Mahal
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Agra Tajmahal News: उत्तर प्रदेश के आगरा में ताजमहल की खूबसूरती पर हो रहे बेरहम हमलों की चपेट से इसकी नक्काशी घायल है. बता दें कि अब यमुना की तरफ मुख्य गुंबद पर पौधा उग आया है. बरसात के मौसम में ताजमहल के बगीचों का तालाब में तब्दील हो जाना, परिसर में लगी झाड़ियों के सहारे कथित पर्यटकों का मूत्र विसर्जन, वॉशरूम की ईमारत में पर्यटकों का अर्धनग्न हालत में घूमना ये वो घटनाएं हैं, जो भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगा रही हैं. 

ताजमहल के मुख्य गुंबद पर उगा पौधा 

बता दें कि यमुना की तरफ मुख्य गुंबद पर एक पीपल पौधा उग आया है. दावा है कि आज से पहले कभी (ताजमहल की उम्र लगभग 371 साल है) ताजमहल के मुख्य गुंबद पर कोई पौधा नहीं ऊगा है. मुख्य गुंबद पर उगे पौधे का एक वीडियो सोशल मिडिया पर वायरल हो गया है. वायरल वीडियो 35 सेकंड का है. यह वीडियो मुख्य गुंबद के यमुना नदी की तरफ के हिस्से का है. वीडियो वायरल होने के बाद अनान-फानन मे एएसआई ने पौधे का वहां  से उखाड़ दिया है. 

 

 

इस मामले में एएसआई के सुपरिंटेंडेंट राज कुमार पटेल ने बताया कि 'ताजमहल ही नहीं अन्य स्मारकों में भी जहां-जहां जॉइन्ट हैं, वहां धूल, पानी और चिड़ियां बीट करती हैं. सभी इमारतों में पौधे उगने की घटनायें देखने को मिलती हैं. जरूरी यह है कि उन्हें समय रहते 5-10 सेंटीमीटर दिखने पर ही निकाल लिया जाए. पौधों के बड़े होने पर उनकी जड़ बड़ी होंगी और वह अंदर की तरफ डेमेज करेंगी. पौधे आते रहते हैं. हम समय समय पर उन्हें निकालते रहते हैं." 

मुख्य गुंबद से क्यों टपका पानी?

ताजमहल के मुख्य गुबंद में जगह-जगह कई दरारें आ चुकी हैं. गुबंद में हो रही कलाकारी भी थोड़ी-थोड़ी फीकी पड़ने लगी है. ताजमहल के मुख्य गुंबद से बरसात का पानी टपकने की घटना 371 साल के इतिहास में पहली बार हुई है. आगरा में पिछले दिनों रिकॉर्ड 351 MM बरसात हुई है. भारतीय पुरातत्व विभाग के सुपरिंटेंडेंट राजकुमार पटेल का कहना है कि 'ताज के मेन डोम में पानी आया यह फेक्ट है. वॉल के सहारे पानी को देखा गया है. इसकी डिटेल छानबीन की गई है.' 

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उन्होंने आगे कहा, "पिछले शुक्रवार को अंदर और बाहर दोनों तरफ से ड्रोन से भी देखा गया. अभी तक डोम में कोई भी डेमेज नहीं देखा गया है. पानी आने के दो कारण हो सकते हैं. पहला जो ऊपर गेट है, वह स्टाफ की गलती से खुला छूट गया हो...दूसरा ऊपर जो कलश है जिसमें कलश और स्टोन का जॉइंट है. पानी वहां से जाएगा जब पानी रुकेगा. डोम के ऊपर पानी रुकेगा नहीं तो कलश और उसके बगल में पत्थर का सर्किल है, उसमें एक स्पेस बचता है, जहां पानी थोड़े समय के लिए रुक सकता है. अब तक ऐसे कोई भी दिक्कत नहीं दिखी है. बारिश बंद होने का इंतजार किया जा रहा है. उसके बाद हम और टेक्निकल लोग स्वयं ऊपर जाएंगे और अपनी आंखों से उसे देखा जाएगा." 

 

 

पार्क में भरा पानी 

आगरा में हुई भीषण बरसात में ताजमहल मुख्य गुंबद के लेफ्ट पार्क में पानी भर गया है. पार्क में भरे बरसात के पानी का वीडियो किसी पर्यटक ने सोशल मिडिया पर शेयर किया था जो वायरल हो गया. इस घटना पर ASI के सुपरिंटेंडेंट का कहना है कि 'बारिश के तत्काल बाद ताजमहल के अंदर के एरिया में और बहार के एरिया में स्पेशली फोर कोर्ट में जो गार्डन है वो बारिश के पानी से लबालब भरा हुआ है. देखने में ऐसा लगता है कि ताजमहल में पानी के निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है. टेक्निली ताजमहल परिसर को इस तरह डिजायन किया है कि उसका पानी बहार ना जाए. हम ड्रेन के माध्यम से उस पानी को 10-15 मिनट मे बहार निकाल सकते हैं.'

वहीं, ताजमहल परिसर में लगी झाड़ियों में दो पर्यटकों का मूत्र विसर्जन करने का भी एक वीडियो वायरल हुआ था. वीडियो वायरल होने के बाद एएसआई और सीआईएसएफ के जवानों पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठने लगे थे. वीडियो वायरल होने के बाद एएसआई ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं. पुरातव विभाग के सुपरिंटेंडेंट पटेल ने कहा कि 'ताजमहल के किनारे की तरफ बने गार्डन की तरफ जहां पर्यटक भी कम जाते हैं और स्टाफ भी अमूमन कम जाता है. कई बार कुछ पर्यटक वहां बैठ जाते हैं. इस तरह की एक दो शिकायतें आ जाती हैं. उन जगहों पर निगरानी के पॉइंट बढ़ाये गए हैं. जगह-जगह टॉयलेट के साइन बोर्ड लगाए गए हैं. परिसर में पर्याप्त वाशरूम की व्यवस्था है.

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