अवधेश प्रसाद के एफिडेविट पर ऐसे कौन से आरोप हैं जिसकी वजह से फंस गया मिल्कीपुर का उपचुनाव?

कुमार अभिषेक

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Awadhesh Prasad
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Uttar Pradesh By Election 2024 : उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव 2024 की तारीखों का ऐलान हो गया है. चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव के साथ-साथ यूपी उपचुनाव का शेड्यूल भी जारी कर दिया है. उत्तर प्रदेश की 9 सीटों पर 13 नवंबर को वोट डाले जाएंगे और नतीजों की घोषणा 23 नवंबर को होगी. हालांकि, मिल्कीपुर सीट पर वोटिंग की तारीख का ऐलान नहीं किया गया है. हाईकोर्ट में मुकदमा लंबित होने के चलते इलेक्शन कमीशन ने मिल्कीपुर उपचुनाव की तारीख घोषित नहीं की है. 2022 यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा ने हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी, जो अभी तक कोर्ट में लंबित है.

कहां अटका मामला

जानकारी के मुताबिक 2022 विधानसभा चुनाव में हार के बाद बीजेपी उम्मीदवार गोरखनाथ बाबा ने अवधेश प्रसाद के चुनावी हलफनामे को अदालत में चुनौती दी थी और यह मामला अभी तक अदालत में विचाराधीन है. अवधेश प्रसाद ने अपने चुनावी एफिडेविट को जिस वकील सत्यापन कराया था, उस वकील का लाइसेंस निरस्त हो चुका था और कोई नवीनीकरण भी नहीं था. गोरखनाथ बाबा ने अदालत को यह कहा था कि यह पूरी एफिडेविट यानी कि अवधेश प्रसाद का चुनावी हालकनामा फर्जी और अवैध है. इस आधार पर उनके चुनाव को निरस्त किया जाए. इसी आधार पर  गोरखनाथ बाबा ने अवधेश प्रसाद के चुनावी जीत को निरस्त करने की मांग की थी. दरअसल, हलफनामा तैयार करने वाले वकील का लाइसेंस कई साल पहले रद्द हो चुका था इसी आधार पर यह मामला पेंडिंग है.

बेटा बना है प्रत्याशी 

मिल्कीपुर सीट सपा नेता अवधेश प्रसाद पासी के इस्तीफे के चलते खाली हुई है. उन्होंने लोकसभा चुनावों में फैजाबाद संसदीय सीट से सपा के टिकट पर जीत दर्ज करने के बाद यूपी विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया था.वहीं सपा ने सांसद अवधेश प्रसाद के पुत्र अजीत प्रसाद को मिल्कीपुर से अपना प्रत्याशी बनाया है. 

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यूपी उपचुनाव की तारीखों के ऐलान के पहले ही सपा 6 सीटों पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर चुकी है, जबकि बसपा ने भी 5 प्रत्याशी मैदान में उतार दिए हैं. हालांकि, BJP ने प्रत्याशियों को लेकर बड़ी बैठक जरूर की है लेकिन अभी उम्मीदवार नहीं उतारे हैं. मालूम हो कि इस उपचुनाव में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस मिलकर लड़ रही है. हालांकि, अबतक दोनों दलों के बीच सीटों का समझौता सामने नहीं आया है. 

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