देखिए बहराइच के आदमखोर भेड़िए को कंधे पर टांगकर कैसे ले जा रहे लोग, कैसे काबू में आया?

समर्थ श्रीवास्तव

10 Sep 2024 (अपडेटेड: 10 Sep 2024, 04:32 PM)

Bahraich Bhediya :  उत्तर प्रदेश के बहराइच में पिछले दो महीनों से आतंक का पर्याय बन चुके आदमखोर भेड़ियों के झुंड को पकड़ने के प्रयास लगातार जारी है.

Bahraich Bhediya

Bahraich Bhediya

follow google news

Bahraich Bhediya :  उत्तर प्रदेश के बहराइच में पिछले दो महीनों से आतंक का पर्याय बन चुके आदमखोर भेड़ियों के झुंड को पकड़ने के प्रयास लगातार जारी है. वहीं मंगलवार को अदमखोरों के झुंड से पांचवां भेड़िया पकड़ में आ गया और अब एक बचे हुए भेड़िये की तलाश है. जानकारी के मुताबिक बहराइच के मसही तहसील में 6 आदमखोर भेड़िए मौजूद थे,जिनमें से अबतक पांच को पकड़ा जा चुका है. वहीं इस भेड़िये को पकड़ने में भी वन विभाग, प्रशासन और गांव के लोगों को काफी मशक्कत करनी पड़ी. 

यह भी पढ़ें...

वहीं पांचवां भेड़िया पकड़ में आने के बाद वहां वन विभाग के साथ स्थानीय लोग भी मौजूद थे. स्थानीय लोगों के मदद से पकड़ में आने के बाद भेड़िये को बांधकर और कंधे पर लादकर ले जाया गया. इसका वीडियो भी सामने आया. 

ऐसे पकड़ा का आदमखोर भेड़िया

सीसीएफ रेनू सिंह ने  यूपीतक को बताया कि, 'हम लोग दिन और रात लगातार ऑपरेशन कर रहे थे लेकिन आज हमें सक्सेस हाथ लगी. यूं तो ऑपरेशन रात से चल रहा था लेकिन आज सुबह 6 से 7 के बीच पूरा ऑपरेशन किया गया और 1 घंटे के भीतर आदमखोर भेड़िए को पकड़ा गया. यह भेड़िया भी आदमखोर है. फिलहाल इन भेड़ियों को चिड़ियाघऱ में शिफ्ट किया जा रहा है.' डीएफओ अजीत सिंह जो पूरी टीम को लीड कर रहे थे उन्होंने बताया कि, 'हम लोगों ने ड्रोन का इस्तेमाल नहीं किया बल्कि PUG मार्क्स के जरिए इस भेड़िए को पकड़ा है. ड्रोन का इस्तेमाल केवल वहां किया गया, जहां से यह भेड़िया भाग सकता था. रात में हमें भेड़िए द्वारा एक बकरी को खाने की सूचना मिली थी, जिसके बाद हम वहां पहुंचे तो फ्रेश PUG मार्क्स मिले, जिसे हमने फॉलो किया और भेड़िए को पकड़ा.'

बता दें कि बहराइच में इन आदमखोर भेड़ियों को पकड़ने के लिए 5 वन प्रभागों बहराइच, कतर्नियाघाट वाइल्ड लाइफ, श्रावस्ती, गोंडा और बाराबंकी की लगभग 25 टीमें लगी हुई है. इससे पहले बहराइच में भेड़ियों से लोगों को बचाने के लिए 200 पुलिसकर्मियों और देखकर ही मार गिराने वाले शूटरों को इन गांवों में तैनात किया गया था. 


 

    follow whatsapp