बहाइच हिंसा में जलाया गया सईद-शुक्ला का शोरूम, दुखी सईद अहमद आरोपी अब्दुल हमीद पर भड़के, ये बोले

समर्थ श्रीवास्तव

19 Oct 2024 (अपडेटेड: 19 Oct 2024, 12:45 PM)

UP News: बहराइच के जिल इलाके में हिंसा हुई, वहां सईद अहमद अपने परिवार के साथ रहते हैं. पास में ही उनका बाइक शोरूम है. इस बाइक शोरूम को वह अपने दोस्त शुक्ला के साथ पार्टनरशिप करके चलाते हैं. मगर हिंसा के बाद सब खत्म हो चुका है.

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UP News: बहराइच में मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई हिंसा ने कई परिवारों को गहरे जख्म दिए हैं. हिंसा में मारे गए राम गोपाल मिश्रा सिर्फ 22 साल का था और उसकी शादी 6 महीने पहले ही हुई थी. ऐसे में राम गोपाल मिश्रा का परिवार इस घटना के बाद से टूट गया है. दूसरी तरफ जो लोग इस हिंसा में घायल हुए हैं, वह इलाज करवा रहे हैं. कई परिवार ऐसे भी हैं, जिनको इस हिंसा ने बड़ी आर्थिक चोट दी है. 

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हिंसा के दौरान आई भीड़ ने जो भी अपने सामने देखा, उसमें आग लगा दी. गाड़ी, बाइक, घर और दुकान तक में खूब आगजनी की गई. हिंसा करती भीड़ को देखकर बाकी लोग अपनी जान बचाकर भाग निकले. मगर उनके पीठ पीछे उनके घरों-मकानों, दुकानों और गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया. हिंसा के दौरान बहराइच के बाइक शोरूम में भी आग लगाई गई थी और पूरे शोरूम को आग के हवाले अराजक तत्वों ने कर दिया था. इस घटना के बाद से बाइक शोरूम चालक का पूरा कारोबार खत्म हो चुका है और उन्हें करोड़ों का नुकसान हुआ है. इस शोरूम को सईद और शुक्ला, दोनों मिलकर चलाते थे.

सईद अहमद और शुक्ला का बाइक शोरूम हुआ तबाह

बहराइच के जिल इलाके में हिंसा हुई, वहां सईद अहमद अपने परिवार के साथ रहते हैं. पास में ही उनका बाइक शोरूम है. इस बाइक शोरूम को वह अपने दोस्त शुक्ला के साथ पार्टनरशिप करके चलाते हैं. मगर हिंसा के बाद सब खत्म हो चुका है. बाइक का शोरूम जलकर खाक हो चुका है. उसमें रखी सारी बाइक और सारा सामान अब जलकर खाक हो चुका है. 

बता दें कि सईद अहमद को करोड़ों का नुकसान हुआ है. सिर्फ सईद को ही नहीं बल्कि उनके दोस्त शुक्ला, जिनके साथ मिलकर वह ये शोरूम चलाते थे, उनको भी करोड़ों का नुकसान हुआ है. सालों पहले दोनों ने साथ मिलकर बाइक का शोरूम खड़ा किया था. मगर मूर्ति विसर्जन के दौरान भड़की हिंसा ने उनकी सालों की मेहनत से खड़े किए गए कारोबार को चंद पलों में ही खत्म कर दिया.

‘यहां कभी हिंदू-मुस्लिम जैसा कुछ नहीं था’

हिंसा के बाद से ही सईद अहमद का दर्द झलक रहा है. वह कहते हैं कि जिस दिन हिंसा हुई और शोरूम को जलाया गया, पूरे दिन उनका बीपी हाई रहा. वह पुराने दिनों को याद करते हुए कहते हैं कि यहां पहले कभी भी हिंदू-मुसलमान जैसा कुछ नहीं था. सईद अहमद ने बताया, उनके बेटे की शादी कुछ ही दिनों में होनी है. शादी में 1200 कार्ड छापे गए हैं. 1200 में से 600 कार्ड हिंदू घरों में जाने हैं. यहां ऐसा कभी कुछ नहीं रहा. हम सभी साथ मिलकर ही रहते थे.

‘अब्दुल हमीद की वजह से सब खत्म हुआ’

इस दौरान सईद अहमद ने हिंसा के मुख्य आरोपी अब्दुल हमीद पर भी अपनी भड़ास निकाली. उन्होंने कहा, एक गाने की लड़ाई ने सब कुछ बर्बाद कर दिया. अब्दुल हमीद की वजह से हम सभी परेशान हो गए. यहां जो भी हुआ, सब उसकी वजह से हुआ. उन्होंने आगे कहा, अगर कोई बात भी थी तो थोड़ा दब जाते, गम खा जाते. कई बार चीजों को इग्नोर भी करना पड़ता है. हम सब परेशान हैं. अब सरकारी ही हमारी मदद करें.

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