Ravindra Kumar Mandal: पूर्वांचल की हाई प्रोफाइल सीट जौनपुर लोकसभा सीट पर सभी की नजर है. इसी बीच परसों यानी 25 मई के दिन जौनपुर लोकसभा सीट पर वोटिंग के बाद कुछ ऐसा हुआ, जो काफी विवादों और चर्चाओं में आ गया. इसी के साथ जौनपुर के जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मांदड़ भी काफी सुर्खियों में आ गए.
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पहले जानिए आखिर पूरा मामला है क्या?
दरअसल ये पूरा मामला ईवीएम से ही जुड़ा हुआ है. हुआ कुछ यूं कि जौनपुर में वोटिंग के बाद कड़ी सुरक्षा के बीच EVM मशीनों को स्ट्रॉन्ग रूम में रखा गया. EVM की सुरक्षा के लिए समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता भी स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर डटे रहे और पुरी सतर्कता बरतते रहे. इसी बीच रात करीब 11 बजे स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर एक ट्रक पहुंचा. ट्रक में EVM मशीन रखी हुई थी. जैसे ही सपा कार्यकर्ताओं को ट्रक में EVM मशीन होने का पता चला, वहां हंगामा हो गया.
मौके पर सपा के कई विधायक नेता और खुद जौनपुर से सपा उम्मीदवार बाबू सिंह कुशवाह भी पहुंच गए. दूसरी तरफ जौनपुर जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मांदड़ समेत एसपी भी मौके पर आ पहुंचे. इस दौरान सपा नेताओं और प्रशासन के बीच काफी बहसबाजी हुई.
डीएम जौनपुर ने उन्हें समझाया कि मिनी ट्रक में रिजर्व EVM मशीन थी, इस ट्रक को दूसरी तरफ खड़ा होना था. मगर ये गलती से स्ट्रॉन्ग रूम के सामने खड़ा हो गया. बता दें कि इस पूरे मामले के बाद राजनीति भी गर्मा गई है और सपा नेता इस मामले पर काफी हमलावर हैं. इसी के बाद से जौनपुर के डीएम रविंद्र कुमार मांदड़ भी चर्चाओं में आ गए हैं.
जानिए कौन हैं डीएम जौनपुर रविंद्र कुमार मांदड़?
बता दें कि IAS अधिकारी रविंद्र कुमार मांदड़ राजस्थान के जयपुर के रहने वाले हैं. उनका जन्म साल 1988 में हुआ था. वह साल 2013 में आईएएस के लिए चुने गए. इसके बाद उनकी ट्रेनिग मसूरी में हुई. वह रामपुर में भी जिलाधिकारी के पद पर रह चुके हैं. इस दौरान उन्होंने मिशन समर्थ चलाकर 61 दिव्यांग बच्चों की सर्जरी भी करवाई थी. माना जाता है कि डीएम रविंद्र कुमार मांदड़ ने अपने अभी तक के पूरे कार्यकाल में 900 से ज्यादा तालाबों का निर्माण करवाया है. फिलहाल वह जौनपुर के जिलाधिकारी के पद पर तैनात हैं और चर्चाओं में आ गए हैं.
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