क्या है इस बाबा की कहानी?
पुलिस के अनुसार, विनोद कश्यप ने आध्यात्मिक बाबा बनकर द्वारका में अपने 2 मंजिला मकान में ‘दरबार’ लगाना शुरू किया था. कई साल पहले विनोद एक अस्पताल में काम करता था. विनोद ने यहां 4-5 साल तक काम किया और 25 हजार रुपये महीना मिलते था. इसके बाद अचानक उसने नौकरी छोड़ दी. नौकरी छोड़ने की बाद विनोद ने आश्रम खोलकर सेवा करने का फैसला लिया. विनोद दावा करने लगा कि वह लोगों की निजी और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का समाधान कर देगा. उसने लोगों को बताना शुरू कर दिया कि उसे भगवान का आशीर्वाद मिला है. इसके बाद उनके अनुयायी लगातार बढ़ते गए. बाबा ने साल 2015 में शादी की थी और उसके तीन बच्चे भी हैं.
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बाबा ने मांगे 5 लाख रुपये!
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बाबा, माता मसानी चौकी दरबार के नाम से अपना आश्रम चला रहा था. ककरौला मोड़ निवासी महिला ने पुलिस शिकायत देकर अपनी आपबीती सुनाई. महिला के अनुसार, वह अपने पति के साथ बाबा मसानी के पास गई थी. उसके घर में काफी दिक्कत थी और बाबा ने कष्ट दूर करने की बात कही. आरोप है कि बाबा ने दीक्षा के नाम पर 5 लाख रुपये की डिमांड कर दी.
और फिर बाबा ने किया गंदा काम
पीड़िता के अनुसार, उसने इतने पैसे देने से मना किया. इसके बाद वे लोग एक दिन फिर बाबा के पास गए तो उसने ने उन्हें प्रसाद में नशीला पदार्थ खिला दिया और फिर कथित तौर पर उससे रेप किया.
यूट्यब पर भी एक्टिव है बाबा
पुलिस को पूछताछ में आरोपी बाबा ने बताया कि वह यूट्यूब पर एक चैनल चलाता है और उसके करीब 35 हजार सब्सक्राइबर भी हैं. बाबा के अनुसार, उसने अपने चैनल पर 900 से ज्यादा वीडियो अपलोड किए हैं.
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