Meerut News: मेरठ में 20 मई को गाजियाबाद की रहने वाली महिला की लाश मिलने के मामले में पुलिस ने खुलासा किया है. पुलिस ने बताया कि महिला के प्रेमी के पिता ने अपने दूसरे बेटे के साथ मिलकर महिला की हत्या की थी और शव को गंग नहर के पास फेंक दिया था. साथ ही शव की पहचान हो सके इसलिए उसका मोबाइल और आधार कार्ड शव के पास रख दिया था. पुलिस ने खुलासा करते हुए प्रेमी के पिता को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दूसरा हत्या आरोपी अभी फरार है. पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि महिला शादीशुदा थी इसलिए प्रेमी का पिता को दोनों का साथ पसंद नहीं था. पिता ने कई दफा अपने बेटे को समझाया भी लेकिन वह नहीं माना, इसलिए पिता ने अपने दूसरे बेटे के साथ मिलकर महिला को मार डाला.
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पिता ने की बेटे की गर्लफ्रेंड को उतारा मौत के घाट
दरअसल, बीती 20 तारीख को मेरठ के हस्तिनापुर थाना क्षेत्र के भद्रकाली चौकी के पास नहर पटरी के किनारे एक महिला की लाश मिली थी. महिला की लाश के पास उसका आधार कार्ड भी मिला था. जिससे उसकी पहचान गाजियाबाद की रहने वाली मीनू के रूप में हुई थी. पता चला था कि मीनू की ससुराल मेरठ के थाना टीपी नगर क्षेत्र के पूठा गांव में है. छानबीन पर पता चला कि महिला लोन दिलाने का काम करती है और वह 20 तारीख को भी घर से लोन दिलाने के नाम पर गई थी. लेकिन उसकी लाश मेरठ के हस्तिनापुर थाना क्षेत्र के भद्रकाली चौक के पास नहर पटरी के पास मिली.
बेटे की फैसले से नाराज था पिता
मेरठ के एसपी देहात कमलेश बहादुर ने बताया कि, ‘पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला मोनू का मेरठ के लल्लपुर के रहने वाले अर्जुन नाम के लड़के से अफेयर चल रहा था. अर्जुन मीनू के साथ काम करता था और काम करते करते दोनों की नजदीकियां बढ़ गई. हालांकि इन नज़दीकियों से अर्जुन के परिवार वाले नाखुश थे. खासतौर से अर्जुन का पिता मनोज ज्यादा नाखुश था. इस बात को लेकर उसने अपने बेटे से भी कई बार महिला से अलग होने को कहा लेकिन अर्जुन अपने पिता की बात नहीं मान रहा था. इसीलिए बेटे की प्रेमिका को मौत के घाट उतारने के लिए अर्जुन के पिता मनोज ने पूरा प्लान बनाया.’
पहले की पूजा फिर गला काटकर फेंकी लाश
पुलिस के अनुसार अर्जुन के पिता मनोज ने बताया कि मीनू को रास्ते से हटाने के लिए उसने बेटे अरुण के साथ प्लानिंग की. इसी प्लानिंग के तहत मीनू को कहा गया कि हस्तिनापुर के भद्रकाली मंदिर में अर्जुन के स्वास्थ्य के लिए पूजा करनी है. पूजा के लिए मीनू को स्विफ्ट कार में बिठा कर मनोज और उसका बेटा अरुण अपने साथ हस्तिनापुर ले गए. दोनों ने स्विफ्ट कार के अंदर ही मीनू की चाकू से गर्दन रेतकर हत्या कर दी और इसके बाद शव को सड़क के किनारे फेंक दिया. शव के बराबर में आधार कार्ड भी छोड़ दिया ताकि शव की पहचान हो सके. पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि हत्या आरोपी अर्जुन के पिता मनोज को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनसे कार वह हत्या में इस्तेमाल किया गया चाकू भी बरामद कर लिया गया है. वहीं अर्जुन का भाई अरुण फिलहाल फरार है, जिसकी तलाश जारी है.
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