गाजियाबाद जिले के थाना नंद ग्राम थाना क्षेत्र के नई बस्ती इलाके से बीती 20 तारीख में अपहरण की गई 11 वर्षीय लड़की की लाश बुलंदशहर कोतवाली देहात क्षेत्र से मिली. बुलंदशहर देहात थाना क्षेत्र में एक गन्ने के खेत में बच्ची की लाश मिलने से हड़कंप मच गया है. जिसके बाद आनन-फानन में लड़की का पोस्टमॉर्टम कराया गया.
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लड़की की पहचान नंद ग्राम थाना क्षेत्र से गायब 11 वर्षीय खुशी के रूप में हुई है. बच्ची के परिवार द्वारा गाजियाबाद पुलिस की कार्यशैली पर भी गंभीर आरोप लगाए गए हैं.
मासूम बच्ची की अपहरण के बाद हत्या के इस मामले का गाजियाबाद पुलिस ने बुधवार को खुलासे का दावा किया है. अपहरण और हत्या के इस सनसनीखेज मामले में बच्ची के पड़ोसी बबलू सहित 2 अन्य आरोपियों यानी कुल 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
गाजियाबाद पुलिस के अनुसार बीती 20 तारीख को लगभग चार 4:30 बजे के करीब थाना नंद ग्राम पुलिस को सूचना मिली थी कि 11 वर्षीय बच्ची खुशी गायब है और उसके फिरौती की रकम के लिए परिजनों को कॉल कर ₹3000000 की रकम की रंगदारी की मांग गई है. जिसके बाद पुलिस ने मामले में छानबीन शुरू की.
पुलिस टीम को परिजनों द्वारा कुछ नाम भी दिए गए थे, जिनसे पूछताछ कर पुलिस ने एक आरोपी को हिरासत में ले लिया. आरोपी से पूछताछ आगे बढ़ाने पर कुछ नाम का और पता चलता है, जिसके बाद पुलिस टीम को आरोपियों की लोकेशन बुलंदशहर में मिली.
गाजियाबाद पुलिस के कप्तान मुनिराज के मुताबिक, खुशी के पड़ोस में रहने वाला बबलू नाम का व्यक्ति ही इस साजिश का कर्ताधर्ता था. दरअसल मासूम खुशी उसके पड़ोसी होने के चलते उस पर भरोसा करती थी और पहले भी इनके साथ मेले देखने के लिए जा चुकी थी. आरोपी बबलू इसी का फायदा उठा कर खुशी को मेला दिखाने का झांसा दिया. जिसपर 11 वर्षीय लड़की खुद से आरोपी के साथ मोटरसाइकिल पर सवार होकर मेला देखने के लिए निकली और फिर उसका अपहरण कर लिया गया.
मुनिराज के अनुसार अपहरणकर्ताओं को पहले से पता था कि खुशी के पिता की मौत के बाद उनके इंश्योरेंस का चेक उनकी मां के दूसरे पति, जो महिला का देवर था उसको मिलने वाला था और बच्ची के पिता के पास 3000000 रुपए का चेक आना है, उसी रकम को पाने के लिए इस अपहरण की साजिश को अंजाम दिया गया.
पुलिस कप्तान के मुताबिक, अपहरणकर्ताओं ने पहले ही तय कर लिया था कि वह अपराध के बाद खुशी को मार देंगे और उसके बाद रकम के लिए कॉल कर रंगदारी वसूल कर निकल जाएंगे, क्योंकि बच्ची उन्हें पहचानती थी.
पुलिस ने अब बबलू समेत दो अन्य अमित और गंभीर नामक आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, बाकी फरार आरोपी पर इनाम घोषित कर गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं.
एसएसपी मुनिराज ने बताया कि घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस हरकत में आई. अपराधियों के दूसरा जिला होने और रविवार को छुट्टी होने के कारण कॉल डिटेल आदि निकलवाने में थोड़ा समय लगा पर अपराधियों की पहले से ही पूरी योजना थी कि खुशी को मारने के बाद ही फिरौती की रकम वसूली जाएगी.
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