कानपुर जिले में छापे के दौरान करोड़ों रुपए की नकदी मिलने की घटना से सुर्खियों में आए व्यवसाई पीयूष जैन को कर चोरी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है. जीएसटी इंटेलिजेंस ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया.
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कानपुर में जीएसटी के संयुक्त आयुक्त सुरेंद्र कुमार ने रविवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि पीयूष जैन को कर चोरी के आरोप में कानपुर से गिरफ्तार कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि पीयूष को आगे की कार्रवाई के लिए कानपुर से अहमदाबाद ले जाया जा सकता है.
एक अन्य अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि जैन के स्वामित्व वाले परिसरों पर छापेमारी के दौरान 257 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी के साथ-साथ सोना और चांदी भी बरामद किया गया.
बता दें कि एजेंसियों की कार्रवाई के दौरान कारोबारी जैन के घर के अंदर तहखाना मिला और एक फ्लैट में 300 चाभियां मिलीं. इस बरामदगी पर पर DGGI की तरफ से अधिकृत जानकारी आनी बाकी है.
डीजीजीआई और आयकर विभाग की कार्रवाई
गौरतलब है, गुरुवार को जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय यानी डीजीजीआई और आयकर विभाग की टीम ने कन्नौज के इत्र कारोबारी पीयूष जैन के कानपुर वाले घर पर छापा मारा था. इस दौरान अलमारियों में इतने रुपये मिले थे कि नोट गिनने की मशीनें बुलाई गईं. मिली जानकारी के अनुसार, कुल आठ मशीनों के जरिए रुपयों को गिना गया था.
जैन तक कैसे पहुंची एजेंसियां?
दरअसल, अहमदाबाद की डीजीजीआई टीम ने एक ट्रक को पकड़ा था. खबर है कि इस ट्रक में जा रहे सामानों का बिल फर्जी कंपनियों के नाम पर बनाया गया था. सभी बिल 50 हजार रुपये से कम थे, ताकि Eway Bill न बनाना पड़े. इसके बाद डीजीजीआई ने कानपुर में ट्रांसपोर्टर के यहां छापेमारी की. यहां पर डीजीजीआई को करीब 200 फर्जी बिल मिले. यहीं से डीजीजीआई को पीयूष जैन और फर्जी बिलों का कुछ कनेक्शन पता लगा.
इसके बाद डीजीजीआई ने कारोबारी पीयूष जैन के घर पर छापेमारी की. जैन के घर जैसे ही अफसर पहुंचे और अलमारियों में नोटों के बंडल पड़े थे. इसके बाद आयकर विभाग को सूचना दी गई. तभी से एजेंसियों की जैन के खिलाफ कार्रवाई जारी है.
(भाषा के इनपुट्स के साथ)
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