Exit Poll: उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी चुनौती अपने आखिरी गढ़ रायबरेली को बचाना था. साल 2019 में अमेठी हारने के बाद अब यूपी में कांग्रेस का सिर्फ एक गढ़ रायबरेली लोकसभा सीट के तौर पर रह गया था. रायबरेली से खुद राहुल गांधी चुनावी मैदान में उतरे और कांग्रेस ने यहां अपनी पूरी ताकत झोंकी. दूसरी तरफ भाजपा ने भी रायबरेली का किला फतह करने की पूरी कोशिश की. जिस तरह से भाजपा ने साल 2019 में अमेठी से राहुल गांधी को हराया था, उसी तरह से भाजपा रायबरेली से राहुल गांधी को हराना चाहती थी. भाजपा ने इस सीट से दिनेश प्रताप सिंह को चुनावी मैदान में उतारा था.
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अब रायबरेली सीट को लेकर भी एग्जिट पोल सामने आ गए हैं. Axis My India के एग्जिट पोल ने बता दिया है कि रायबरेली लोकसभा सीट पर क्या होने जा रहा है और भाजपा-कांग्रेस में से कौन इस सीट पर मजबूत है?
तो रायबरेली में क्या होने जा रहा?
रायबरेली लोकसभा सीट पर पिछले कई चुनावों से सोनिया गांधी एकतरफा चुनाव जीतते हुए आ रही थीं. मगर पिछले कुछ सालों से उनके जीत के मार्जिन में गिरावट दर्ज की जा रही थी. इस बार सोनिया गांधी ने रायबरेली की सीट राहुल गांधी को दे दी थी.
Axis My India के एग्जिट पोल की माने तो रायबरेली लोकसभा सीट से राहुल गांधी चुनाव जीत सकते हैं. इस चुनाव में भी कांग्रेस यूपी में बचे अपने आखिरी गढ़ को बचा सकती है. Axis My India के एग्जिट पोल की माने तो भाजपा उम्मीदवार दिनेश प्रताप सिंह, राहुल गांधी के सामने कमजोर दिखाई दे रहे हैं. ऐसे में एग्जिट पोल प्रिडिक्शन में राहुल गांधी को ही रायबरेली सीट से मजबूत उम्मीदवार माना गया है.
राहुल गांधी ने यूं लगाई थी रायबरेली में ताकत
आपको बता दें कि खुद राहुल गांधी ने भी रायबरेली में पूरी ताकत लगा दी थी. यहां तक की वह वोटिंग वाले दिन भी पोलिंग बूथों पर पहुंचे और कांग्रेस कार्यकर्ताओं का हौलसा बढ़ाया. रायबरेली के पत्रकारों की माने तो ऐसा पहली बार था जब गांधी परिवार का सदस्य रायबरेली में वोटिंग वाले दिन पोलिंग बूथ पर पहुंचा था. एग्जिट पोल की माने तो राहुल गांधी की ये मेहनत कामयाब होती हुई दिखाई दे रही है.
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