Lucknow News: लखनऊ में एडिशनल एसपी ACP श्वेता श्रीवास्तव के 10 साल के बेटे नैमिश से जुड़ी दुर्घटना को सुन हर कोई सकते में है. मंगलवार को एक सड़क हादसे में नैमिश की दर्दनाक मौत हो चुकी है. यह सड़क हादसा दो मनबढ़ों युवकों के तेज गाड़ी चलाने की लत का नतीजा रहा और IPS का इकलौता बेटा उनसे बिछड़ गया. अब पता चला है कि जिस वक्त यह हादसा हुआ उस वक्त स्केटिंग कर रहे बेटे नैमिश के साथ ACP श्वेता श्रीवास्तव खुद भी मौजूद थीं. अब सोचिए उस मां का दर्द, जिसका लाडला उसकी आंखओं के सामने ही जानलेवा दुर्घटना का शिकार हो गया.
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नैमिश दुर्घटना पर मामले पर डीसीपी ईस्ट आशीष श्रीवास्तव ने यूपी Tak से बातचीत में कहा कि दोनों आरोपियों का प्लान था कि गाड़ी 150 किमी/घंटे की रफ्तार से चलाई जाए. पहले देवश्री ने गाड़ी चलाई और उसके बाद में सार्थक सिंह स्टेरिंग पर आ गया जो गाड़ी को 120 की रफ्तार के ऊपर ले जाने की कोशिश कर रहा था. नैमिष सड़क के किनारे स्केटिंग कर रहा था. तभी तेज रफ्तार में कार ने की चपेट में आने से दुर्घटना हुई मौके पर उसे समय उसके कोच और उनकी मां श्वेता श्रीवास्तव भी मौजूद थीं. दोनों आरोपी को सीसीटीवी फुटेज की मदद से कार को ट्रेस करते हुए उनके घर से पकड़ा गया है.
जिला छोड़ भागने की फिराक में थे आरोपी
डीसीपी ईस्ट आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि दोनों आरोपी लड़के जिला छोड़कर भागने की फिराक में थे. एक के पिता रवींद्र सिंह ने साक्ष्य छुपाने के लिए गाड़ी को भी छुपाया था ताकि उसमें डेटिंग का काम कर कर बचा सके, इसलिए पिता के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है. इस मामले में दोनों आरोपियों को रिमांड पर लिया जा रहा है और उनसे गहन पूछताछ की जाएगी. आरोपियों ने खुद के पास लर्निंग लाइसेंस होने की बात कही है, लेकिन अभी फिलहाल उनसे कोई लाइसेंस बरामद नहीं हुआ.
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