Lucknow News: केरल के पत्रकार सिद्दीकी कप्पन को जमानत के लिए अदालत में बंध पत्र (श्योरिटी) पेश करने के एक दिन बाद गुरुवार को लखनऊ की जेल से रिहा कर दिया गया. आपको बता दें कि सिद्दीक कप्पन को 2 साल 3 महीने 26 दिन जेल में बिताने के बाद रिहा किया गया है. कप्पन को दोनों (हाथरस कांड में हिंसा फैलाने की कोशिश और मनी लॉन्ड्रिंग) मामलों में जमानत मिलने के बाद जेल से रिहाई मिली है.
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गौरतलब है कि कप्पन को कप्पन और तीन अन्य को अक्टूबर 2020 में गिरफ्तार किया गया था, जब वे हाथरस जा रहे थे, जहां एक दलित महिला की कथित रूप से बलात्कार के बाद मौत हो गई थी.
आपको बता दें कि दलित महिला की दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी. जिला प्रशासन द्वारा महिला के गांव में देर रात उसका अंतिम संस्कार किया गया था, जिसके चलते योगी आदित्यनाथ सरकार की व्यापक निंदा हुई थी.
यूपी सरकार ने कप्पन पर धार्मिक संघर्ष भड़काने की साजिश का हिस्सा होने और हाथरस मामले को लेकर राज्य सरकार को बदनाम करने की साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया था. पत्रकार पर प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के साथ कथित संबंध होने का भी आरोप भी लगाया गया था. वहीं, कप्पन ने आतंकी फंडिंग जैसे अन्य आरोपों से इनकार किया है. उनका कहना है कि वो सिर्फ अपनी पत्रकारिता कार्य से हाथरस जा रहा था.
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