लखनऊ में एक मां-बेटी को दो पुरुषों सहित गिरफ्तार किया गया है. इन सभी पर एक बुजुर्ग शख्स को हनीट्रैप में फंसाकर लाखों रुपये वसूलने का आरोप लगा है. बुजुर्ग से लगातार पैसों की डिमांड जारी थी और आरोपी महिलाओं के साथ के दोनों पुरुष खुद के पुलिस होने का दावा कर इस ब्लैकमेलिंग में शामिल थे.
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बुजुर्ग को यूं फंसाया हनीट्रैप में
गोमती नगर विजयंत खंड मैं रहने वाले पीड़ित बुजुर्ग की मुलाकात अर्चना वालिया नाम की आरोपी युवती से हुई थी. राजाजीपुरम जाते समय एक बार हुई मुलाकात के बाद फोन नंबर एक्सचेंज हो गया. बातचीत के दौरान एक दिन अर्चना वालिया ने पीड़ित को घर बुलाया. उनके घर पर उसकी बेटी और दूसरी आरोपी मुनमुन मौजूद थी.
आरोप है कि इस दौरान दरवाजा बंद करके अश्लील हरकत शुरू कर दी गई. थोड़ी देर बाद दो व्यक्ति घर के अंदर घुसे और अपने आप को पुलिसवाला बताने लगे. बुजुर्ग को बताया गया कि उनका वीडियो रिकॉर्ड कर लिया गया है और वायरल करने की धमकी देने लगे. बुजुर्ग से तुरंत 5 लाख रुपये की मांग की गई.
बुजुर्ग ने उस वक्त जेब में मौजूद 15 हजार रुपये दिए और बाकी पैसे अपने ड्राइवर को फोन करके लाने को कहा. तकरीब 3 लाख रुपये एक मेट्रो स्टेशन के पास मंगवाए गए. 3 लाख लेने के बाद भी ब्लैकमेलिंग जारी रही. पीड़ित बुजुर्ग किसी तरह घर पहुंचे लेकिन लगातार आरोपियों के फोन आते रहे और वीडियो वायरल की धमकी जारी रही.
इसके बाद बुजुर्ग की तरफ से लखनऊ के तालकटोरा थाने में केस दर्ज कराया गया. पुलिस ने मामले की छानबीन कर आरोपी अर्चना वालिया, उसकी बेटी मुनमुन, राहुल श्रीवास्तव उर्फ विक्की और विनय यादव को गिरफ्तार कर लिया. डीसीपी पश्चिम सोमेन वर्मा के मुताबिक पीड़ित ने थाने पर मुकदमा दर्ज कराया था. इसके बाद पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी कर आगे की कार्रवाई कर रही है.
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