बीते दिनों लोग तब सकते में आ गए थे, जब राजधानी लखनऊ में ब्राउनी नामक एक पिटबुल कुत्ते ने अपनी ही मालकिन को नोंच कर घायल कर दिया था, जिसके बाद उनकी मौत हो गई थी. इसके बाद पिटबुल कुत्ते को इंदिरा नगर स्थित एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर में रखा गया था. वहीं, अब ऐसे कई लोग हैं, जो इस कुत्ते को गोद लेना चाहते हैं.
ADVERTISEMENT
मिली जानकारी के अनुसार, पिटबुल कुत्ते को गोद लेने के मामले में आधा दर्जन एनजीओ ने नगर निगम से संपर्क साधा है. इसमें बेंगलुरु, दिल्ली, लखनऊ सहित अन्य जगहों के एनजीओ शामिल हैं. इसके अलावा लखनऊ के अलग-अलग जगह से तकरीबन 6 लोगों ने नगर निगम से पिटबुल को गोद लेने की चाहत दिखाई है.
पशु चिकित्सा अधिकारी अभिनव वर्मा के मुताबिक, “कई एनजीओ लगातार नगर निगम से संपर्क कर रहे हैं और उन्होंने पिटबुल को उनको देने का आग्रह किया है. इसके साथ ही लखनऊ के ही अलग-अलग इलाके में रहने वाले लोगों ने पिटबुल को गोद लेने के लिए संपर्क किया है. मगर नगर निगम नियम के अनुसार ही कार्रवाई करेगा और आगे किसी को गोद देगा.”
नगर निगम के जॉइंट डायरेक्टर (पशु कल्याण) डॉ. अरविंद राव के मुताबिक, “बीजेपी सांसद मेनका गांधी ने कहा है कि पहले पिटबुल के मालिक अमित त्रिपाठी से सलाह ली जाए और फिर किसी को दिया जाए.” हालांकि नगर निगम ने नियम के अनुसार आगे की कार्रवाई करने की बात कही है.
गौरतलब है कि लखनऊ के कैसरबाग इलाके में रिटायर्ड शिक्षिका सुशीला त्रिपाठी को उनके ही पालतू पिटबुल कुत्ते ने नोंच खाया था, जिसके चलते उनकी दर्दनाक मौत हो गई थी. मृतका के बेटे अमित ने इस कुत्ते को पाला था और उसने कभी नहीं सोचा होगा कि यही कुत्ता उसकी मां की मौत कारण बन जाएगा. बता दें कि घटना के वक्त महिला घर पर अकेली थीं और उनका बेटा जिम गया हुआ था.
Pitbull Attack : पिटबुल डॉग मामले में मृतका के बेटे ने बताया- मां के साथ खेलता था वो
ADVERTISEMENT