Lucknow News: 15 अगस्त के मौके पर निकल रही तिरंगा यात्रा के दौरान लखनऊ के बंगला बाजार में दो गुटों के बीच हुई मारपीट और पथराव की घटना वर्चस्व की लड़ाई थी. इस घटना के पीछे सोनू रावत गैंग का नाम सामने आ रहा है. उसे थाउजेंड गैंग के नाम से लोग जानते हैं और गैंग लीडर सोनू रावत को भी चाउमीन के नाम से जाना जाता है.
ADVERTISEMENT
मिली जानकारी के अनुसार, तेलीबाग इलाके में वीर यादव का गैंग सक्रिय है, तो वहीं बंगला बाजार इलाके में सोनू रावत उर्फ चाऊमीन का गैंग अपनी धमक जमाना चाहता है. यही वजह है बीते 5 सालों में दोनों लड़कों के गुटों में अक्सर झड़प हुई है. सोशल मीडिया से लेकर सड़क पर तक गैंग के लोग चैलेंज देते रहे हैं और मारपीट होती रही है.
बता दें कि सोमवार को भी घटना के पीछे जिस सोनू रावत गैंग का नाम सामने आ रहा है, उसे थाउजेंड गैंग कहते हैं. शुरुआती दिनों में इसे हजारी गैंग कहा जाता था. इलाके के लड़के खुद को हजारी गैंग का बता कर रौब झाड़ते थे. लेकिन वक्त के साथ इस गैंग ने खुद को सोशल मीडिया पर सक्रिय किया तो नाम हजारी गैंग से बदलकर थाउजेंड गैंग रख लिया.
गैंग लीडर सोनू रावत उर्फ चाऊमीन अक्सर लड़कों से कहता था कि ‘लोग सैकड़ों की भीड़ लेकर चलते हैं लेकिन मैं हजारों की भीड़ लेकर चलता हूं.’ इसलिए उसके गैंग को हजारी और अब थाउजेंड गैंग कहा जाने लगा.
गैंग लीडर सोनू रावत को चाउमीन कहने की भी अपनी कहानी है. गैंग से जुड़े एक लड़के की मानें तो सोनू रावत शौकिया पहलवान है, लेकिन उसके बाल घुंघराले हैं. घुंघराले बालों की वजह से ही गैंग के लड़कों ने उसका नाम चाऊमीन रख दिया था.
बता दें कि गैंग लीडर सोनू रावत तो 10 दिन पहले से ही जेल में है. सोनू रावत को हाल ही में पीजीआई पुलिस ने अपहरण कर मारपीट के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा है. मगर तिरंगा यात्रा के दौरान हुए बवाल के बाद अब गैंग में शामिल 4 लड़कों को गिरफ्तार किया जा चुका है. बाकी अन्य लड़कों की तलाश की जा रही है.
लखनऊ में भारत माता का मुकुट उतरवा बच्ची से पढ़वाई नमाज? वायरल वीडियो की सच्चाई कुछ और
ADVERTISEMENT