रेलवे ने 168 चूहों को पकड़ने में खर्च कर डाले ₹69 लाख? अब लखनऊ मंडल ने दिया ये जवाब

सत्यम मिश्रा

17 Sep 2023 (अपडेटेड: 17 Sep 2023, 03:18 AM)

Lucknow News: भारतीय रेलवे के लखनऊ मंडल ने पिछले 3 सालों में 168 चूहों को पकड़ने के लिए करीब 69 लाख रुपये खर्च कर दिए.…

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Lucknow News: भारतीय रेलवे के लखनऊ मंडल ने पिछले 3 सालों में 168 चूहों को पकड़ने के लिए करीब 69 लाख रुपये खर्च कर दिए. ये मामला जैसी ही सामने आया, हड़कंप मच गया. ये बात जिसने भी सुनी वह चौंक गया कि लखनऊ उत्तर रेलवे ने चूहों को पकड़ने के लिए ही 69 लाख रुपये खर्च कर डाले. ऐसे में हिसाब लगाया जाए तो लखनऊ मंडल रेलवे ने एक चूहे को पकड़ने के लिए करीब 41 से 43 हजार रुपये खर्च किए. दरअसल ये जानकारी एक आरटीआई से निकलकर सामने आई.

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मगर अब इस मामले पर रेलवे का जवाब आ गया है. बता दें कि रेलवे ने 69 लाख खर्च कर 168 चूहों को पकड़ने वाली बात का खंडन किया है. नॉर्दर्न रेलवे की सीनियर डीसीएम रेखा शर्मा का कहना है कि तथ्यों को गलत तरीके से पेश किया गया है. यहां सिर्फ चूहों को ही पकड़ने का कार्य नहीं किया जाता, बल्कि अन्य कार्य भी किए जाते हैं. 

क्या कहा रेलवे ने

नॉर्दर्न रेलवे की सीनियर डीसीएम रेखा शर्मा ने कहा, “लखनऊ मंडल में कीट और चूहों को कंट्रोल करने का जिम्मा गोमतीनगर स्थित मेसर्स सेंट्रल वेयर हाउसिंग कॉर्पोरेशन के पास है. ये भारत सरकार का उपक्रम है. इसके तहत सिर्फ चूहों को पकड़ने पर ही काम नहीं किया जाता, बल्कि अन्य कार्य भी किए जाते हैं. इसमें कॉकरोच और उससे होने वाले संक्रमण को रोकने के लिए स्प्रे का छिड़काव, मच्छरों को कम करने के लिए फॉगिंग, खटमल के लिए छिड़काव और चूहों समेत अन्य कीड़ों को ट्रेन के डिब्बों में घुसने से रोकना जैसे कार्य भी शामिल हैं.”  

‘सिर्फ चूहों को पकड़ने का ही काम नहीं किया जाता’

रेखा शर्मा ने आगे कहा, सिर्फ चूहों को पकड़ना ही नहीं बल्कि उनको बढ़ने से रोकने पर भी ध्यान दिया जाता है और उसके लिए भी कार्य किए जाते हैं. लखनऊ मंडल में तैयार किए गए सभी कोचों में कॉकरोच, चूहों, खटमल, मच्छरों को नियंत्रण में रखने के लिए भी यहां काम किया जाता है. 

रेखा शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि मीडिया रिपोर्टस में इसकी कीमत लाखों में दिखाई गई है, जबकि 25 हजार डिब्बों में चूहों को कंट्रोल करने में जो राशि खर्च होती है, उसकी लागत 94 रुपए प्रति कोच है. जिस हिसाब से चूहों की वजह से ट्रेनों के कोचों में जो नुकसान होता है, उससे देखा जाए तो यह लागत बहुत कम है. इसी के साथ रेखा शर्मा ने कहा कि एक चूहे पर 41 हजार रुपए खर्च करने की बात सरासर गलत है. तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है.

(आशीष श्रीवास्तव के इनपुट के साथ)

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