UP News: अस्पताल का आईसीयू वार्ड, डॉक्टर-नर्स कमरे में मौजूद, बेड पर लेटा हुए एक मरीज और एप्रन-मास्क लगाए मौलाना…फिर आईसीयू वार्ड में ही मरीज की 2 लड़कियों ने कबूल है-कबूल है-कबूल है कह डाला. ये कोई फिल्मी नजारा नहीं है, बल्कि असल कहानी है. दरअसल उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के एक अस्पताल के आईसीयू में एडमिट हुए शख्स की 2 बेटियों का निकाह आईसीयू में ही हुआ. इस दौरान डॉक्टर से लेकर नर्स और मौलवी तक आईसीयू वार्ड में ही मौजूद रहे और सभी इस निकाह के साक्षी बने.
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अभी तक आपने ऐसे किस्से फिल्मों में ही देखने होंगे. मगर लखनऊ में जो हुआ, उसने हर किसी को अचंभित कर दिया. यहां अस्पताल के आईसीयू में ही निकाह हुआ. मौलवी ने निकाह पढ़वाया और निकाह की रस्म अदा करवाई. इसके बाद मरीज की दोनों बेटियों का निकाह आईसीयू में ही पूरा हुआ. अब इस निकाह की चर्चा सिर्फ लखनऊ में ही नहीं बल्कि पूरे यूपी में हो रही है.
आखिर क्यों पढ़वाया गया आईसीयू में निकाह
दरअसल लखनऊ के रहने वाले मोहम्मद इकबाल पिछले कुछ दिनों से आईसीयू में एडमिट हैं. उनकी अचानक सेहत खराब हो गई. सेहत खराब होने से पहले ही उन्होंने अपनी दोनों बेटियों का निकाह तय कर दिया था.
डॉक्टर ने उनका इलाज शुरू किया मगर उनकी हालत दिन पे दिन ओर गंभीर होती जा रही थी. दूसरी तरफ दोनों बेटियों कि निकाह की तारीख भी करीब आ रही थी. मगर अपने पिता की हालत देखते हुए दोनों बेटियों ने साफ कह दिया कि अगर पिता नहीं रहेंगे तो वह कभी निकाह नहीं करेंगी.
दोनों बेटियों की ये बात सुन उनके पिता और सारे परिजन चिंता में आ गए. इसी बीच परिजनों ने एरा मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों से बात की. परिजनों ने और खुद पिता इकबाल ने डॉक्टरों से गुहार लगाई कि वह दोनों बेटियों का निकाह आईसीयू वार्ड में ही करने की इजाजत दे दें. इकबाल ने डॉक्टरों से कहा कि वह चाहते हैं कि उनकी दोनों बेटियों की शादी उनके सामने ही हो जाए.
डॉक्टरों ने दी परमिशन
बता दें कि पूरा मामला जानने के बाद डॉक्टरों ने भी इस परिवार का साथ दिया और उन्होंने पिता और पूरे परिवार की बात मान ली और आईसीयू वार्ड में ही निकाह की अनुमति दे दी. बता दें कि दोनों बेटियां अपने होने वाले दोनों पतियों के साथ आईसीयू पहुंची. साथ में परिवार के अहम सदस्य भी आए. निकाह पढ़वाने के लिए मौलाना को भी आईसीयू वार्ड के अंदर बुलाया गया.
इस दौरान डॉक्टर्स और नर्स भी आईसीयू वार्ड के अंदर ही मौजूद रहे. इसके बाद मौलावा ने मरीज इकबाल के सामने ही उनकी दोनों बेटियों का निकाह पढ़वाया और दोनों जोड़ों ने कबूल है-कबूल है-कबूल है कर दिया. ऐसे आईसीयू में भर्ती एक पिता की दोनों बेटियों की शादी उनके सामने ही हो गई.
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