Banda News: बांदा में मनोज नाम के इस शख्स के साथ जो कुछ घटा है, वह उसकी जिंदगी के लिए चमत्कार से कम नहीं है. मनोज महोबा के रहने वाले हैं, लेकिन बांदा मेडिकल कॉलेज पहुंचना उनकी जिंदगी के लिए इतना खास बन जाएगा, ये उन्होंने कभी नहीं सोचा होगा. महोबा के रहने वाले मनोज दिल्ली में रहकर मजदूरी करके परिवार का पालन पोषण करता था. अचानक वह बीमार हुए और उनके पैरों में पता नही ऐसा क्या हुआ कि वह चलने फिरने से भी लाचार हो गए. कई जगह इलाज कराया लेकिन आराम नही मिला. तब वह महोबा के स्वास्थ्य विभाग कार्यालय में विकलांग प्रमाणपत्र बनवाने गए. वहां डॉक्टरों ने उन्हें मेडिकल कॉलेज बांदा जाने को कहा, जो उनके लिए चमत्कारिक साबित हुआ.
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मनोज से कहा गया कि बांदा में जांच होने के बाद ही उनका सर्टिफिकेट जारी होगा. मनोज ने आगे बताया कि वह यहां पहुंचे और न्यूरो विभाग में डॉक्टर अरविंद को दिखाया. डॉक्टर ने कहा कि तुम ठीक हो जाओगे बस भर्ती हो जाओ, तुम्हारा ऑपरेशन करना पड़ेगा. युवक भर्ती हो गया. युवक इसके पहले झांसी, कानपुर यानी कई जगह इलाज कराने गया, लेकिन उसको कोई आराम नही मिला. यहां बांदा के डॉक्टरो ने उसकी विकलांगता ही खत्म कर दी. युवक अब चलने फिरने लगा और पूरी तरह स्वस्थ है.
डॉक्टर ने ये कहा
न्यूरो सर्जन डॉक्टर अरविंद कुमार ने यूपी Tak को बताया कि, ‘महोबा का एक युवक हमारे यहां आया, जो दोनो पैरों से चल नही पाता था. उसको रीड की हड्डी में (एस्पाइनल कार्ड ट्यूमर) हुआ था, पैरों में कई जगह गांठ जैसी पड़ गई थी, जिससे उसको बहुत तकलीफ थी. घसीटते हुए आया था, मैंने उसकी कई सारी जांच कराई और ऑपरेशन की सलाह दी. मरीज तैयार हुआ, मैंने सफल ऑपरेशन किया, अब वो एक दम ठीक है. चल फिर रहा है. अगले दो हफ़्तों में पूरी तरह स्वस्थ हो जाएगा.’
वहीं रानी दुर्गावती के प्रिंसिपल डॉक्टर सुनील कुमार ने बताया कि मरीज दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाने आया था लेकिन डॉक्टरों के चेक करने के बाद देखा गया कि उसकी दिव्यांगता ही खत्म की जा सकती है. मैंने अपने देखरेख में ऑपरेशन कराया, मरीज एक दम स्वस्थ है, सरकारी फीस के अलावा उसका खर्च भी नही हुआ.
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