दीपावली के अगले दिन उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्से में गोवर्धन पूजा मनाई जती है. वहीं इस बार दिवाली के अगले दिन यानी 25 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण लगने के कारण गोवर्धन पूजा की तरीख बदल जाएगी. ऐसा इसलिए क्योंकि ग्रहण के कारण सूतक काल में गोर्वधन पूजा (govardhan puja 2022) नहीं मनाई जाएगी. खास बात ये है कि भारत में दिखने वाला इस साल का पहला सूर्य ग्रहण होगा.
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ज्योतिषाचार्य डॉ. विनोद बता रहे हैं दिवाली के अगले दिन सूर्य ग्रहण का समय, सूतक काल और गोवर्धन पूजा की बदली हुई तिथि के बारे में विस्तार से…
ज्योतिषाचार्य डॉ विनोद के मुताबिक जब सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक सीधी रेखा में आ जाते हैं तो यह खगोलीय घटना सूर्य ग्रहण कहलाती है. सूर्य ग्रहण अमावस्या पर लगता है. 25 अक्टूबर को लगने वाला सूर्य ग्रहण साल 2022 का आखिरी सूर्य ग्रहण और भारत में दिखाई देने वाला पहला सूर्य ग्रहण होगा. साल का पहला सूर्य ग्रहण 30 अप्रैल को लगा था.
हिन्दू धर्मशास्त्रों के अनुसार, सूर्य ग्रहण का सूतक काल ग्रहण शुरू होने के 12 घंटे पहले शुरू हो जाता है. चूंकि भारत में सूर्य ग्रहण अपराह्न 4 बजे के बाद दिखाई देगा, इसलिए भारत में इसका सूतक काल भोर में सुबह 4 बजे के बाद मान्य होगा. इसलिए गोवर्धन पूजा 25 अक्टूबर की जगह 26 अक्टूबर को मनाया जायेगा और भईया दूज 27 अक्टूबर को मनाया जायेगा.
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यहां जानें चंद्र ग्रहण कब लगेगा?
इसी प्रकार साल 2022 का अंतिम चंद्र ग्रहण 8 नवंबर, मंगलवार को लगेगा. चंद्र ग्रहण सामान्यतः तब लगता है जब पूर्णिमा को सूर्य, पृथ्वी और चन्द्रमा एक सीधी रेखा में आ जाते हैं. जब पृथ्वी सूर्य और चन्द्रमा के बीच आ जाती है, तब चंद्रग्रहण लगता है. पूर्ण चंद्र ग्रहण के वक्त सूर्य की किरणें चन्द्रमा तक नहीं पहुंच पाती हैं और चन्द्रमा पर अंधकार छा जाता है.
भारतीय समय के अनुसार यह चंद्र ग्रहण 8 नवंबर को अपराह्न 1 बजकर 32 मिनट से शुरू होकर सायंकाल 7 बजकर 27 मिनट तक लगेगा. इसका प्रभाव दक्षिणी/पूर्वी यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका, अटलांटिक और हिंद महासागर में देखने को मिलेगा. यह चन्द्र ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा. इसलिए भारत में इस चंद्र ग्रहण का धार्मिक प्रभाव और सूतक मान्य नहीं होगा.
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