कभी वाराणसी के गंगा घाट पर पीएम मोदी के साथ आरती देख मां गंगा को स्पर्श कर अपनी श्रद्धा दिखाने वाले जापान के पूर्व पीएम शिंजो (Shinzo Abe) आबे की हालत नाजुक है. चुनाव प्रचार के दौरान उन्हें गोली मारी गई है. एक गोली उनकी पीठ में और दूसरी सीने में लगी है. उन्हें तुरंत एयरलिफ्ट किया गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जब एयरलिफ्ट किया गया तब उनकी दिल की धड़कन बंद थी.
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इधर काशी में उनके जल्द स्वास्थ्य होने की कामना की जा रही है. उस वक्त उनके साथ गंगा आरती में शामिल लोग भगवान काशी विश्वनाथ से उनके स्वस्थ्य और दीर्घायु होने की कामना कर रहे हैं. लोग कह रहे हैं कि शिंजो आबे जल्द स्वास्थ्य होकर वापस काशी आएं और उनके साथ एक बार फिर मिलने का सौभाग्य प्राप्त हो.
ध्यान देने वाली बात है कि जापान के पूर्व प्रधानमंत्री आबे का काशी से भी नाता रहा है. पीएम मोदी के मित्र और मेहमान के तौर पर काशी आए थे शिंज़ो आबे. वर्ष 2015 में दशाश्वमेध घाट पर वे गंगा आरती में शामिल हुए थे. उस दौरान उन्होंने गंगा का स्पर्श कर अपनी श्रद्धा व्यक्त की थी. इसके बाद वाराणसी के रुद्राक्ष कन्वेशन सेंटर का तोहफा काशी को मिला जो जापानी टेक्नोलॉजी से बना है.
दशाश्वमेघ घाट पर जो तीर्थ पुरोहित और लोग शिंजो आबे के साथ गंगा आरती में शामिल हुए थे उनका कहना है कि शिंजो आबे जल्दी स्वस्थ हों ये बाबा विश्वनाथ और मां गंगा से प्रार्थना है. यहां आरती में शिंजो आबे के साथ शामिल लोग कहते हैं कि वैसे तो बहुत से विदेशी मेहमान आते हैं पर शिंजो आबे ने जिस तरह गंगा आरती के दौरान एक-एक बात को उत्साह से देखा उससे काशी के लोग प्रभावित हैं. घाट ओर तीर्थ पुरोहित कहते हैं कि शिंजो आबे स्वस्थ होकर दोबारा काशी आएं वो लोग ऐसा चाहते हैं.
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