UP News: भारतीय जनता पार्टी ने बीते शनिवार उत्तर प्रदेश की 51 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया. इसी के साथ पार्टी ने 195 लोकसभा प्रत्याशियों का ऐलान भी किया था. इसके बाद से भाजपा के उम्मीदवार चर्चाओं में हैं. बता दें कि भाजपा ने उत्तर प्रदेश में अपने कई सांसदों को फिर से टिकट दिया है और उन्हें चुनावी मैदान में उतारा है. इसी के साथ कुछ नए चेहरों को भी भाजपा ने टिकट दिया है. भाजपा ने भोजपुरी सिनेमा के स्टार पवन सिंह को बंगाल से टिकट दिया है. मगर टिकट मिलने के कुछ ही घंटों बाद पवन सिंह ने अपना टिकट लौटा दिया है.
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अब इसी को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा की उम्मीदवार लिस्ट पर मजे लिए हैं. अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा एक दल के तौर पर इतनी कमजोर कभी नहीं थी, जितनी आज है.
जानिए सपा चीफ अखिलेश यादव ने क्या कहा
सपा चीफ अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया X पर पोस्ट करके भाजपा पर तीखा हमला बोला है. दरअसल भाजपा द्वारा उम्मीदवारों की सूची के ऐलान से पहले ही कई भाजपा सांसदों ने राजनीति से सन्यास लेने का ऐलान कर दिया था. भाजपा के कुछ सांसदों ने अपने-अपने कारणों से राजनीति से दूरी बनाने और टिकट की दावेदारी में नहीं खड़ा होने का ऐलान कर दिया था. तो वही पहन सिंह ने अपना टिकट लौटा दिया.
इसी को लेकर सपा चीफ अखिलेश ने भाजपा पर तंज कसा है. उन्होंने सोशल मीडिया X पर लिखा, किसने सोचा था कि भाजपा के ऐसे दिन भी आएँगे कि, कुछ उम्मीदवार टिकट मिलने से पहले कुछ और काम को ज़्यादा ज़रूरी बताने का बहाना करके दावेदारी छोड़ देंगे. कोई खेल को राजनीति से अधिक गंभीर मानकर बाहर जाने की बात करेगा. कोई पर्यावरण के बहाने पतझड़ी भाजपा से बाहर निकलने के लिए प्रार्थना पत्र लिखेगा. कोई टिकट कटने पर संन्यास लेने का ऐलान कर देगा. कोई टिकट मिलने के बाद भी दूर से ही सोशल मीडिया पर अपने व्यक्तिगत कारणों से टिकट को ठुकरा देगा.
BJP इतनी कमजोर कभी नहीं थी- अखिलेश
सपा चीफ अखिलेश ने भाजपा पर निशाना साधते हुए आगे कहा, भाजपा एक दल के रूप में इतनी कमज़ोर कभी नहीं थी. अब तो जनता के अलावा, भाजपा वाले भी ख़ुद ही कह रहे हैं ‘नहीं चाहिए भाजपा’.
किसने सोचा था कि भाजपा के ऐसे दिन भी आएँगे कि :
- कुछ उम्मीदवार टिकट मिलने से पहले कुछ और काम को ज़्यादा ज़रूरी बताने का बहाना करके दावेदारी छोड़ देंगे
- कोई खेल को राजनीति से अधिक गंभीर मानकर बाहर जाने की बात करेगा
- कोई पर्यावरण के बहाने पतझड़ी भाजपा से बाहर निकलने के लिए…
किसने सोचा था कि भाजपा के ऐसे दिन भी आएँगे कि :
- कुछ उम्मीदवार टिकट मिलने से पहले कुछ और काम को ज़्यादा ज़रूरी बताने का बहाना करके दावेदारी छोड़ देंगे
- कोई खेल को राजनीति से अधिक गंभीर मानकर बाहर जाने की बात करेगा
- कोई पर्यावरण के बहाने पतझड़ी भाजपा से बाहर निकलने के लिए…
गौतम गंभीर, जयंत सिन्हा, पवन सिंह और हर्षवर्धन को लेकर अखिलेश ने BJP को घेरा
आपको बता दें कि उम्मीदवारों की घोषणा से पहले ही भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने खेल को प्राथमिकता देते हुए राजनीति जिम्मेदारियों से मुक्ति के लिए भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी. इसके बाद से तय हो गया था कि इस बार गंभीर चुनाव नहीं लड़ेंगे.
इसी के साथ भाजपा सांसद जयंत सिन्हा ने भी राजनीति से दूरी बनाने का फैसला लिया था. उन्होंने कहा था कि अब वह पर्यावरण के क्षेत्र में काम करेंगे. इसी क्रम में भाजपा ने इस बार दिल्ली से सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन का भी टिकट काट दिया था. इसके बाद डॉ. हर्षवर्धन ने भी राजनीति से सन्यास लेने का फैसला ले लिया था. सबसे हैरान करने वाली खबर भोजपुरी सिनेमा के स्टार पवन सिंह को लेकर आई.
दरअसल पवन सिंह को भाजपा ने बंगाल से अपना उम्मीदवार बनाया था. पवन सिंह ने इसको लेकर भाजपा को धन्यवाद भी कहा था. मगर कुछ ही घंटों बाद पवन सिंह ने लोकसभा चुनाव लड़ने से मना कर दिया था. पवन सिंह का कहना था कि वह बंगाल से लोकसभा चुनाव नहीं लड़ पाएंगे. बता दें कि इन्हीं को लेकर अब सपा चीफ अखिलेश यादव ने भाजपा को घेरा है.
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