Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश में चल रहे शीतकालीन सत्र का आज आखिरी दिन है. सत्र के पहले दिन से विपक्ष ने सत्ताधारी योगी सरकार को हर मुद्दे पर घेरने का काम किया है. सदन में इस वक्त जातीय जनगणना का मुद्दा गरमाया हुआ है. वहीं शुक्रवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने जातिगत जनगणना को लेकर योगी सरकार पर जमकर हमला बोला. बता दें कि बिहार में जातीय जनगणना के आंकड़े जारी होने के बाद उत्तर प्रदेश में भी इसकी मांग होने लगी है. फिलहाल उत्तर प्रदेश में जाति जनगणना के मुद्दे पर सियासत तेज है.
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विधानसभा में जातिगत जनगणना पर बोलते हुए नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि, ‘पूरे देश में जातिगत जनगणना की मांग हो रही है. प्रदेश में जातिगत जनगणना कराकर जिसकी जितनी आबादी है उसी के हिसाब से उन्हें आरक्षण का लाभ मिलना चाहिए.’ अखिलेश ने योगी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि, ‘ एक ऐसा समय आएगा कि बीजेपी के लोग भी जातिगत जनगणना के समर्थन में खेड़ हो जाएंगे और कहेंगे कि जातिगत जनगणना होनी चाहिए. इस सरकार ने नई आरक्षण व्यवस्था लागू करके कई नौजवानों का हक छीन लिया.’
यूपी में गरमाया जाति जनगणना का मुद्दा
वहीं इससे पहले यूपी सरकार में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने जातीय जनगणना पर सदन में खुलकर अपना पक्ष रख दिया. केशव ने कहा कि हम जातीय जनगणना के खिलाफ नहीं है. अब इसपर सियासत गरमा गई है. उधर सपा महासचिव और विधायक शिवपाल यादव ने केशव प्रसाद मौर्य का इस्तीफा मांग लिया है. बता दें कि उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने विधान परिषद में जातीय जनगणना के विषय पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि जातीय जनगणना भारत सरकार के माध्यम से कराई जाएगी. उन्होंने सदन में यह भी कहा कि हमारे वरिष्ठतम नेताओं ने भी कहा है कि हम जातीय जनगणना के खिलाफ नहीं है.
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